जांच के नहीं संसाधन, कर्मी घर बैठे ले रहे वेतन
बलरामपुर : जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दांत के रोगियों का उपचार करने के
बलरामपुर : जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दांत के रोगियों का उपचार करने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं। बावजूद इसके चार डेंटल हाइजीनिस्ट (चिकित्सक का सहयोग करने वाले स्वास्थ्यकर्मी) बिना कार्य के ही प्रतिमाह लाखों का वेतन ले रहे हैं। जिससे मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ता है। डेंटल हाइजीनिस्ट का कार्य इलाज करने में चिकित्सक का सहयोग करना, दांत की सफाई (टीथ स्के¨लग) व ऑपरेशन में डेंटल सर्जन का हाथ बंटाना है। चिकित्सक तैनात न होने पर यही लोग मरीजों का प्राथमिक उपचार भी करते हैं। उन्हें प्रतिमाह 40 हजार वेतन मिलता है, लेकिन जिले के कई सीएचसी में यह व्यवस्था लागू नहीं है। इनकी है तैनाती :
- सीएचसी नंदनगर में डेंटल हाइजीनिस्ट दिनेश, सादुल्लाहनगर में शाहआलम, गैंड़ासबुजु़र्ग में शहनवाज अहमद व शिवपुरा में अवधेश कुमार तैनात हैं, लेकिन किसी भी केंद्र पर जांच संबंधी उपकरण नहीं है। यहां आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य कर्मी जिला अस्पताल भेज देते हैं।
स्टोरेज सेंटर पर चल रहा खेल :
- गर्भवती के लिए जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर व उतरौला में खुलने वाला ब्लड स्टोरेज सेंटर अब तक शुरू नहीं हुआ है। यहां तैनात संविदाकर्मी भी बिना काम के ही वेतन ले रहे हैं।
संसाधन के लिए लिखा पत्र :
प्रभारी सीएमओ डॉ. कमाल अशरफ का कहना है कि संसाधन के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाता है। उनके न मिलने तक डेंटल हाइजीनिस्ट से अन्य कार्य लिए जा रहे हैं।