रहे सावधान! कहीं हो न जाए बीमार
बलरामपुर : बदलते मौसम में ठंड की आहट का असर दिखाना शुरू हो गया है। बदले मौसम में लोग त
बलरामपुर : बदलते मौसम में ठंड की आहट का असर दिखाना शुरू हो गया है। बदले मौसम में लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं। जिसमें वायरल बुखार, सांस संबंधी बीमारी व हार्ड अटैक के मामले अधिक आ रहे हैं। ऐसे में बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी, समय पर उपचार व बचाव जरूरी है। मौसम बदलते ही अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन अस्पताल में 300 से अधिक मरीज अस्पताल आ रहे हैं। जिसमें अधिकांश लोग सांस व हृदय घात, वायरल व त्वचा संबंधी बीमारियों के होते हैं। बच्चे व बुजुर्गों पर इसका असर अधिक होता है। इन मरीजों को समय पर उपचार न मिलने से उनकी बीमारी बढ़ जाती है। कुछ लोगों को अपनी जान तक गवांनी पड़ती है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
नमी से सांस के मरीज को होती परेशानी :
डॉ. प्रणव पांडेय बताते हैं कि हवा में नमी होने के कारण जाड़े में सांस के मरीज बढ़ जाते हैं। जिसका कारण नमी के चलते वायु में जमी गंदगी व धूआं है। जो सांस के जरिए शरीर में जाकर परेशानी उत्पन्न करता है। कुछ लोग जन्मजात सांस (दमा) के मरीज होते हैं। उनकी बीमारी ठंड में बढ़ जाती है। इससे बचाव के लिए मास्क लगाकर घर से बाहर निकले। सीधे धुएं के संपर्क में आने से भी बचें। नसों के सिकुड़ने से होता है हार्ट अटैक :
सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह का कहना है कि ठंडक में हृदय घात (हार्ट अटैक) के मामले बढ़ने का कारण नसों में सिकुड़न आना है। ऐसा शरीर का तापमान गिरने पर होता है। बच्चे व बुजुर्ग पर ऐसा होने की संभावना अधिक होती है। इससे बचने के लिए अचानक ठंड के संपर्क में न आएं। बिस्तर से उठते समय विशेष सावधानी बरतें। क्योंकि उस समय शरीर का तापमान अधिक रहता है। कोई परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।