गांवों में गंदगी का अंबार, बीमारियों के बढे़आसार
बलरामपुर : गांवों में सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई है। सफाईकर्मियों की मनमानी के चलते गा
बलरामपुर : गांवों में सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई है। सफाईकर्मियों की मनमानी के चलते गांवों में गंदगी की भरमार है। जिससे संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है। प्रधान व सचिव की मेहरबानी से सफाईकर्मी घर बैठे वेतन उठा रहे हैं। अफसर सब कुछ जानते हुए भी कार्रवाई की जहमत नहीं उठा रहे हैं। जिससे गांवों में गंदगी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
विकास खंड रेहरा बाजार के 95 राजस्व ग्रामों को साफ-सुथरा स्वच्छ रखने के लिए प्रत्येक गांव में एक-एक सफाईकर्मी की नियुक्ति की गई है। बावजूद इसके क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों, बाजारों, कस्बों में सार्वजनिक स्थानों, सरकारी नल, नाली, सड़क, गलियों व सरकारी स्कूलों की सफाई के नाम पर कोई व्यवस्था दिखाई नहीं देती है। नसीम, अली अहमद, उमेश, शाह अहमद, संकटा प्रसाद, राकेश, रामनरेश, सुमित, बजरंगी, दुर्गा प्रसाद, महफूज, शबरोज, रमेश, राधेश्याम, अमित, विनोद ने बताया कि सफाईकर्मी गांव में सफाई करने नहीं आते हैं। सादुल्लाहनगर कस्बा, रेहराबाजार, खरिका मासूमपुर, जिगनी, मद्दौभीख, कथरहा एवजपुर, गोल्हीपुर, जखौली, इटई अब्दुल्लाह, पतकरपुर, अलाउददीनपुर, मानीगढ़ा, रामपुर ¨ग्रट, भगवानपुर, कोटवा दरगाह, हसनापुर, रंकीबदलापुर, बभनपुरवा, हसऊपुर, भिरवा समेत अन्य गांवों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सड़क व गलियों में गंदगी के कारण लोगों का राह चलना दुश्वार है। स्कूलों में गंदगी के कारण बच्चों में संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। जबकि शौचालय की सफाई न होने से खुले में जाना पड़ता है। बताया कि ग्राम प्रधान व सचिव की मेहरबानी से सफाईकर्मी मनमानी पर आमादा हैं। एडीओ पंचायत रेहराबाजार सुरेश कुमार ने बताया कि गांवों की सफाई व्यवस्था का भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई की जाएगी।