आइस्क्रीम नहीं, यहां 'जहर' परोसा जा रहा
बलरामपुर : गर्मी शुरू होते ही जिले में अवैध रूप से चल रही आइस्क्रीम फैक्ट्रियों की पो बारह
बलरामपुर : गर्मी शुरू होते ही जिले में अवैध रूप से चल रही आइस्क्रीम फैक्ट्रियों की पो बारह हो गई है। खाद्य विभाग की साठगांठ के चलते कई आइस्क्रीम फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस के अनाधिकृत रूप से चल रही हैं। जो आइस्क्रीम के नाम पर लोगों को जहर परोस रहीं हैं। यहां बनने वाली आइस्क्रीमों में रंग, दूषित पानी समेत अन्य रासायनिक पदार्थ मिलाए जाते हैं। जिसे खाकर बच्चों में बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाती है। प्रशासन इन आइस्क्रीम फैक्ट्रियों के लाइसेंस व उत्पाद के गुणवत्ता की जांच करना मुनासिब नहीं समझ रहा है। जिससे इस गोरखधंधे पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
नगर के मुहल्ला अंधियारी बाग में बिना लाइसेंस के आइस्क्रीम फैक्ट्री चल रही है। फैक्ट्री संचालक रिजवान का कहना है कि उसने लाइसेंस के लिए खाद्य विभाग में आवेदन किया था लेकिन, अभी लाइसेंस नहीं मिल सका है। इसी तरह मुहल्ला निबकहुनी में चल रही आइस्क्रीम फैक्ट्री भी अनाधिकृत रूप से चल रही है। इस फैक्ट्री के दो गेट हैं जहां सीसीटीवी कैमरे से आने वाले लोगों की निगरानी की जाती है। बताया जाता है कि फैक्ट्री में नाबालिग बच्चों से काम कराया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो यदि कोई जांच के लिए कभी यहां पहुंचता भी है तो अंदर बैठा फैक्ट्री मालिक सीसीटीवी कैमरे की मदद से उसे देख लेता है और काम कर रहे बच्चों को पीछे के रास्ते से बाहर निकाल देता है। इसी तरह जिला गन्ना कार्यालय के बगल से गदुरहवा मुहल्ला जाने वाली सड़क पर चल रही आइस्क्रीम फैक्ट्री पर भी अफसरों की नजर नहीं पड़ रही है। बताया जाता है कि यहां बनने वाली आइस्क्रीम में दूषित पानी व स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले रासायनिक पदार्थ व रंग मिलाए जाते हैं। ये मामले तो महज बानगी भर हैं। नगर में ऐसी तमाम आइस्क्रीम फैक्ट्रियां है जो लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रही हैं। मुख्य खाद्य अधिकारी सुशील कुमार मिश्र का कहना है कि अभियान चलाकर आइस्क्रीम फैक्ट्रियों की जांच की जाएगी।