फैसले ने मजबूत की गंगा-जमुनी तहजीब की डोर
संवादसूत्र बलरामपुर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 1992 में कार सेवा करने वाले लोगों ने अयोध्या के सुप्रीम फैसले का स्वागत किया है। इसे हार-जीत का निर्णय न मानकर देश के गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल करार दिया है। मंदिर निर्माण के लिए 27 साल पहले की गई अपनी सेवा को सौभाग्य मानते हैं कि आज उनके श्रम का अंश फलीभूत हो गया। साथ ही इस निर्णय पर हर्षातिरेक से परहेज कर संयम व सौहार्द कायम रखने की अपील की है।
बलरामपुर : अयोध्या के सुप्रीम फैसले का सभी वर्ग के लोगों ने स्वागत किया है। साथ ही आपसी सौहार्द से देश के गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल कायम रखने की अपील की है। लोगों ने नए भारत निर्माण के लिए एकजुट होकर साथ चलने की बात कही है।
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। आपसी भाईचारा को कायम रखते हुए एक दूसरे के साथ खड़े होने का वक्त है। -लवकुश पांडेय, प्रोफेसर
- न्यायालय के फैसले का स्वागत है। संयम रखते हुए आपसी सौहार्द बनाए रखें। -मनीष श्रीवास्तव, नागरिक
-सुप्रीम फैसले ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। -राजेश सिंह, नागरिक
-बलरामपुर गंगा जमुनी की तहजीब रहा है। यहां के लोग सौहार्द के साथ रहते हैं। -जेबी सिंह, नागरिक
-इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति व सौहार्द से परिपूर्ण एक भारत -श्रेष्ठ भारत के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहे। दद्दन मिश्र, पूर्व सांसद
- सुप्रीम फैसले का सभी लोगों को मिलकर स्वागत करना चाहिए। संयम रखते हुए आपसी सौहार्द बनाए रखें। पल्टूराम, भाजपा विधायक सदर
-तुलसीपुर की जनता शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण वातावरण में रहना पसंद करती है। कैलाश नाथ शुक्ल, भाजपा विधायक तुलसीपुर
-गैंसड़ी की जनता को अमन पसंद है। वह आपसी सौहार्द से रहते हैं। शैलेश सिंह शैलू, भाजपा विधायक गैंसड़ी
-उतरौला की जनता सौहार्द पसंद है। यहां सभी मिल जुलकर रहते हैं। फैसले का सभी स्वागत करते हैं। रामप्रताप वर्मा, भाजपा विधायक उतरौला
- जिले में गंगा-जमुनी तहजीब को बरकरार रखते हुए हम सभी धर्म के लोगों को मिल जुल कर रहना चाहिए। मौलाना अब्दुल वहाब खां, प्राचार्य
- यायालय के फैसले ने राजनीतिक विद्वेश को खत्म कर दिया है। सभी को सम्मान करना चाहिए। मौलाना फैयाज अहमद मिसबाही
- न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए सभी लोग भाईचारा व अमन चैन को कायम रखें। डॉ. एसपी यादव, पूर्वमंत्री सपा नेता