Move to Jagran APP

Balrampur News: मृतक आश्रित के एक पद पर दो-दो नौकरी, नवागत बीएसए की सख्ती से गिरेगी गाज

सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा देवीपाटन मंडल के स्तर पर प्रकरण लंबित है। एडी बेसिक ने जिले के 36 अध्यापकों का विवरण खंड शिक्षा अधिकारियों से तलब किया था। आठ शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय में शपथ पत्र प्रस्तुत किया था।

By Shlok MishraEdited By: Shivam YadavPublished: Thu, 15 Sep 2022 09:52 PM (IST)Updated: Fri, 16 Sep 2022 02:08 AM (IST)
Balrampur News: मृतक आश्रित के एक पद पर दो-दो नौकरी, नवागत बीएसए की सख्ती से गिरेगी गाज
वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री पोर्टल पर हुई शिकायत का निस्तारण नहीं हो सका है।

बलरामपुर, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का अंबार है। मृतक आश्रित कोटे से नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायतें वर्षों से लंबित हैं। विभागीय अधिकारियों की साठगांठ व रसूखदारों के प्रभाव से कूटरचित ढंग से तैनात शिक्षक सालों से वेतन उठा रहे हैं। वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री पोर्टल पर हुई शिकायत का निस्तारण नहीं हो सका है। 

prime article banner

सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा देवीपाटन मंडल के स्तर पर प्रकरण लंबित है। एडी बेसिक ने जिले के 36 अध्यापकों का विवरण खंड शिक्षा अधिकारियों से तलब किया था। आठ शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय में शपथ पत्र प्रस्तुत किया था। तत्कालीन बीएसए ने 18 शिक्षकों का वेतन रोक दिया था। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

नवागत बीएसए की सख्त तेवर से गाज गिरना संभव 

अब एक बार फिर नवागत बीएसए ने सभी 36 शिक्षकों की सूची तैयार कराकर खंड शिक्षा अधिकारियों से सूचना मांगी है। बीएसए के सख्त तेवर से फर्जी नौकरी करने वालों पर गाज गिरने की संभावना बढ़ गई है।

जिले के विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों में मृतक आश्रित कोटे पर अवैध रूप से प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक कई सालों से जमे हुए हैं। 11 मार्च 2018 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस आशय की शिकायत की गई थी। 20 अक्टूबर 2021 को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जिलाधिकारी को आख्या भेजी गई थी। प्रकरण निस्तारित नहीं हो पाया, जो एडी बेसिक गोंडा के पोर्टल पर लंबित था। अंतिम निस्तारण के लिए 36 अध्यापकों का विवरण चार दिसंबर 2021 तक मांगते हुए वेतन रोकने की चेतावनी दी गई थी। 

इस पर सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय छितौनी के विकास श्रीवास्तव, पचपेड़वा के उच्च प्रावि अमरहवा के आनंद कुमार त्रिपाठी, रेहराबाजार के उच्च प्रावि भेलया मदनपुर के सैय्यद अब्दुल कारी, उच्च प्रावि ओवरीडीह के सैय्यद अब्दुल बारी, उच्च प्रावि केराडीह के नागेंद्र बहादुर शुक्ल, उच्च प्रावि लोनियनडीह के बंशीलाल, तुलसीपुर के उच्च प्रावि बरगदही के शशेंद्र प्रताप सिंह व उच्च प्रावि बड़ेरिया के राजकुमार त्रिपाठी ने नोटरी शपथ पत्र कार्यालय में प्रस्तुत किया था। 

इनका रोका गया था वेतन

नोटरी शपथ पत्र न देने पर बीएसए ने 18 शिक्षकों का वेतन रोका था। इसमें प्रधानाध्यापक भुनेश्वर प्रसाद पांडेय, देशराज सिंह, फूलचंद्र, राजेश कुमार, सत्यव्रत सिंह, अंबरीश कुमार त्रिपाठी, सुभाष चंद्र त्रिपाठी, रेहान अहमद, रूपेशधर द्विवेदी, सहायक अध्यापक कल्बे हसन, राकेश कुमार दुबे, महेंद्र कुमार, भूपेंद्र मिश्र, शारदा देवी, विजय प्रकाश सिंह, शिव प्रकाश शुक्ल, रीता देवी व राकेश कुमार मिश्र शामिल थे। 

सूची में यह भी हैं शामिल

मृतक आश्रित के एक पद पर दो-दो नौकरी करने वाले शिक्षकों की सूची में उपरोक्त के अतिरिक्त 10 अन्य शिक्षक भी शामिल हैं। इसमें कमलाकांत वर्मा, छेदीलाल वर्मा, पोथीराम वर्मा, राजेंद्र प्रसाद, अनवर अली, हैदर अली, लवकुश शुक्ल, इबने हसन, तुलसीराम व दीप नरायन यादव शामिल हैं। 

बीएसए ने कहा होगी कार्रवाई

बीएसए कल्पना देवी का कहना है कि सभी बीईओ से सूचना मांगी गई है। मृतक आश्रित पर फर्जी नौकरी करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.