यहां बिना तीमारदार बुजुर्ग मरीजों को मिलता उपचार
मेमोरियल अस्पताल के एनसीडी वार्ड में दो माह में 150 बुजुर्ग करा चुके उपचार फिजियोथेरेपी का मिल रहा लाभ
बलरामपुर :
जिदगी की दूसरी पारी में लड़खड़ाते कदमों को सहारा देने में जिला मेमोरियल अस्पताल का जिरियाट्रिक वार्ड अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। जिरियाट्रिक (एनसीडी) में बुजुर्ग मरीजों को बिना तीमारदार की मदद से बेहतर उपचार मुहैया कराने की कवायद रंग ला रही है। 10 बेड वाले वार्ड में अटैच वाशरूम, शौचालय व रैंप की व्यवस्था की गई है। तीनों स्थल पर बुलावा घंटी (कालबेल) भी लगी है। बुजुर्गों की सेवा के लिए फिजियोथेरेपिस्ट व दो स्टाफ नर्स ड्यूटी पर लगाई गई हैं। -22 लाख आबादी वाले जिले में बुजुर्ग मरीजों का इलाज करने के लिए जिला मेमोरियल अस्पताल में विशेष व्यवस्था शुरू की गई है। जिरियाट्रिक वार्ड में अब बुजुर्ग मरीजों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। दो माह से वार्ड में सेवाएं शुरू हो गईं हैं। यहां आने वाले बुजुर्ग मरीजों की जांच के साथ आवश्यक दवाएं व व्यायाम बताया जाता है। अब तक 150 से अधिक बुजुर्ग मरीज यहां आकर उपचार करा चुके हैं। हालांकि अब तक कोई बुजुर्ग यहां भर्ती नहीं हुआ है, लेकिन उनके ठहरने के लिए सभी पर्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं। इनकी है तैनाती : -जिरियाट्रिक वार्ड में परामर्शदाता चिकित्सक के रूप में फिजीशियन डा. रमेश पांडेय को नोडल बनाया गया है। इनके अलावा फिजियोथेरेपिस्ट डा. मोनिका अवस्थी गठिया, बदनदर्द, पुराने चोट से परेशान, चलने-फिरने में लाचार मरीजों को विभिन्न व्यायाम कराकर ठीक करती हैं। दो माह में एनसीडी वार्ड आने वाले 60 से अधिक मरीज फिजियोथेरेपी का लाभ उठा चुके हें। स्टाफ नर्स प्रीति रावत व प्रीति राठौर मरीजों की सेवा में तैनात हैं।
जल्द मुहैया होंगे आवश्यक उपकरण : - सीएमएस डा. अरुण कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि एनसीडी वार्ड का लाभ बुजुर्ग मरीजों को मिल रहा है। उन्हें भर्ती करने के लिए 10 बेड की व्यवस्था है। आवश्यक उपकरण व आधुनिक मशीनें जल्द मंगाई जाएंगी।