Move to Jagran APP

पहले विश्वकर्मा श्रम सम्मान, अब मां लक्ष्मी का भी वरदान

पहले विश्वकर्मा श्रम सम्मान अब मां लक्ष्मी का भी वरदान

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jul 2022 11:03 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2022 11:03 PM (IST)
पहले विश्वकर्मा श्रम सम्मान, अब मां लक्ष्मी का भी वरदान
पहले विश्वकर्मा श्रम सम्मान, अब मां लक्ष्मी का भी वरदान

पहले विश्वकर्मा श्रम सम्मान, अब मां लक्ष्मी का भी वरदान

loksabha election banner

बलरामपुर: रोटी, कपड़ा व मकान जैसी मूलभूत जरूरतें पूरी करने के लिए महानगरों की तरफ भागदौड़ करने वालों की परेशानी को देखते हुए सरकार ने परंपरागत व्यवसाय बढ़ाने की सराहनीय पहल की है। दर्जी, बढ़ई, राजगीर, मोची, कुम्हार, सुनार, लोहार, रसोइया समेत अन्य हुनर सीख चुके लोगों को अब अपना व्यवसाय शुरू करने में आ रही पूंजी की दिक्कत से निजात मिल जाएगी। अब तक इनके परंपरागत रोजगार को निखारने के लिए इन्हें विश्वकर्मा श्रम सम्मान में छह दिवसीय प्रशिक्षण देने के साथ टूल किट व प्रशिक्षण भत्ता दिया जाता रहा। अब तक 250 प्रतिदिन के हिसाब से छह दिन का प्रशिक्षण भत्ता 1500 रुपये दिया जाता था, लेकिन अब यह 400 प्रतिदिन करते हुए 2400 रुपये कर दिया गया है। साथ ही अब इन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से भी लाभान्वित किया जाएगा। इसमें वह बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज पर 50 हजार से 10 लाख रुपये तक ऋण बैंकों से ले सकेंगे। प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने के दौरान ही उन्हें इच्छुक होने पर मुद्रा योजना का लाभ दिलाने के लिए आवेदन करा दिया जाएगा। यही नहीं जो लोग प्रशिक्षण ले चुके हैं, उन्हें भी योजना का लाभ दिलाया जाएगा। वित्तीय वर्ष ---- प्रशिक्षण लेने वालों की संख्या 2018-19 ----50 2019-20 ----250 2020-21 ----350 2021-22 ----500 2022-23 ----350 पूंजी के लिए नहीं मांगनी होगी किसी से मदद : उपायुक्त उपायुक्त उद्योग राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना परंपरागत व्यवसाय बढ़ाने के लिए है। इसमें परंपरागत व्यवसाय करने के इच्छुक लोगों को प्रशिक्षण, टूल किट व प्रशिक्षण भत्ता दिया जाता रहा, लेकिन अब उन्हें कारीगरी हासिल करने के बाद उद्यम लगाने में पूंजी की बाधा भी नहीं आएगी। वह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से जरूरत भर का कर्ज बैंकों के जरिए ले सकेंगे। साथ ही इसकी ब्याज दर भी काफी कम रहेगी, जिससे वह आसानी से ऋण चुकता कर सकेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.