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बिना तौल के कोटेदारों को दिया जा रहा खाद्यान्न

शिवशक्ति धर्मकांटा से कराई जाती है तौल घटतौली पर नहीं लग रहा अंकुश

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 10:33 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 10:33 PM (IST)
बिना तौल के कोटेदारों को दिया जा रहा खाद्यान्न
बिना तौल के कोटेदारों को दिया जा रहा खाद्यान्न

बलरामपुर : गोदाम से कोटेदारों को बिना तौले ही खाद्यान्न दिया जा रहा है। दरअसल, धर्मपुर स्थित गोदाम से गुरुवार को गैंजहवा के कोटेदार गेहूं का उठान करने पहुंचे। डीसीएम पर श्रमिकों ने सीधे गेहूं की बोरी लोड कर दी। कोटेदार के प्रतिनिधि अमित सिंह ने बताया कि वजन नहीं किया गया है। बोरियों की गिनती कर वजन का अंदाजा लगाकर लोड किया जा रहा है।

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बिना तौले दिया जाता राशन:

गांवों में राशन वितरण को लेकर आए दिन प्रदर्शन किया जाता है। ग्रामीण यूनिट से कम राशन मिलने की शिकायत करते हैं, लेकिन इसके बाद भी घटतौली पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसका मुख्य कारण गोदाम से राशन बिना तौल के देना है। कोटेदार जानकर भी अपनी बात अधिकारियों से नहीं कह पाते हैं।

खाद्य और रसद विभाग का गोदाम धर्मपुर में है। यहां तैनात कर्मी राजाराम ने बताया कि एक साथ अधिक लोगों के आ जाने से गोदाम में तौल नहीं की जाती है। शिवशक्ति धर्मकांटा से तौल कराई जाती है। तौल का खर्च कोटेदारों को देना होता है। कोटेदार देते मजदूरी:

गोदाम से खाद्यान्न वाहन पर लादने के लिए श्रमिक सात रुपये प्रति क्विटल के हिसाब से मजदूरी लेते हैं। वजन कराने का 60 रुपए अलग से दिया जाता है। दोनों शुल्क कोटेदार ही देते हैं। इसके बाद वाहन का भाड़ा अलग से देना होता है। एक क्विंटल राशन वितरण पर कोटेदार को 70 रुपये कमीशन मिलता है। इसी में पल्लेदारी शामिल है। वर्जन:::

बिना तौल के राशन देने की शिकायत नहीं मिली है। फिर भी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-नरेंद्र तिवारी, खाद्य विपणन अधिकारी


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