चोरी की लग्जरी वाहनों का हब बना नेपाल
जिले से सटा नेपाल चोरी के वाहनों का हब बनता जा रहा है। पुलिस ने ऐसे वाहन चोर गिरोह का राजफाश किया है, जो हर माह चारपहिया वाहनों को अपना निशाना बना रहा था। फर्जी कागजात व वाहनों का सिस्टम बदलकर चोरी की गई इन गाड़ियों को नेपाल में बेच दिया जाता है। एसपी अमित कुमार की मानें तो सूचना मिल रही थी कि चोरों का गिरोह सक्रिय है, जो अन्य जिलों से लग्जरी वाहनों की चोरी कर उन्हें खपा रहा है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए योजना बनाकर जाल बिछाया गया। जिसमें आरोपित फस गए। चोरी की गाड़ी रखने में छोटे से लेकर कई रसूखदारों के नाम भी सामने आए हैं, जो जल्द जेल की चहारदीवारी में नजर आएंगे।
रमन मिश्र, बलरामपुर :
जिले से सटा नेपाल चोरी के वाहनों का हब बनता जा रहा है। पुलिस ने ऐसे वाहन चोर गिरोह का राजफाश किया है, जो हर माह चारपहिया वाहनों को अपना निशाना बना रहा था। फर्जी कागजात व वाहनों का सिस्टम बदलकर चोरी की गई इन गाड़ियों को नेपाल में बेच दिया जाता है। एसपी अमित कुमार की मानें तो सूचना मिल रही थी कि चोरों का गिरोह सक्रिय है, जो अन्य जिलों से लग्जरी वाहनों की चोरी कर उन्हें खपा रहा है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। जिसमें आरोपित फंस गए। चोरी की गाड़ी रखने में छोटे से लेकर बड़े रसूखदारों के नाम सामने आए हैं। जो जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।
नेपाल की खुली सीमा पर पुलिस चौकियां व एसएसबी की तैनाती है। बावजूद इसके गिरोह वाहनों को बार्डर पार करा लेता है। सूत्र के मुताबिक गिरोह रिहायशी इलाके में रहकर वाहनों पर नजर रखता है। इसके बाद गाड़ी चुराकर फरार हो जाता है। गिरोह के अन्य सदस्य रास्ते में पेट्रोल व डीजल का गैलन लिए खड़े रहते हैं। जो ईंधन भरकर आगे की लोकेशन देते हैं। इनकी नजरें अधिकतर वर्कशाप पर जमी रहती हैं। इनके पास आठ से 15 मास्टर-की होती हैं। जिन वाहनों की चाभियां चुराते हैं। जो मौका देखते ही गाड़ी लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं। ट्रै¨कग सिस्टम तोड़ देते हैं। शुक्रवार को पकड़े गए गिरोह ने अब तक शहरों से 25 लग्जरी गाड़ियां चुराकर नेपाल में बेचने की बात स्वीकार की है। इन वाहनों की कीमत एक करोड़ से अधिक है। गिरोह का सरगना मंगलेश बताया जा रहा है। जिसके खिलाफ लखनऊ के कई थानों में लूट व चोरी के मुकदमे दर्ज हैं।