राष्ट्रवाद के नाम पर होगा 12 मई को मतदान
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बलरामपुर : समय 9.30 बजे। शिवपुरा बाजार से बरदौलिया मार्ग पर स्थित दुकान पर कुछ लोग बैठे चुनावी चर्चा में व्यस्त थे। क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने में आ रही दिक्कतों का हवाला देते हुए मुन्ने लाल कहते हैं कि जनता इसबार किसी के बहकावे में आने वाली नहीं है। लोकतंत्र के इस महापर्व में जाति धर्म से हटकर किसानों की हितैषी सरकार बनाना है। चाय का गिलास नीचे रखते हुए बब्लू कहते हैं कि इस बार किसे वोट देना है यह तो अभी तय नहीं है, लेकिन बेसहारा पशुओं ने खेती तबाह कर दी है। किसान खेतों की रखवाली के लिए रात भर जागते हैं। भानु प्रताप सिंह कहते हैं कि आमजन को सुविधा देने के लिए तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। आवाज तेज करते हुए रामजी कहते हैं कि राष्ट्रवाद को लेकर मतदाता 12 मई को वोटिग के लिए तैयार हैं। विकास को गति देने वाला नेता जनता इसबार चुनेगी। मनीष कहते हैं कि पाकिस्तान पर हुई जवाबी कार्रवाई को जनता भूल नहीं सकती है। किसी भी नागरिक के लिए देश की सुरक्षा सबसे अहम है। चाय की चुस्की लेते हुए तरुण कहते हैं कि घर-घर पहुंची बिजली, आवास व किसानों को मिली धनराशि का लाभ देने वाले के साथ है। बगल बैठे कल्लू मामा कहते हैं कि बेसहारा पशुओं से फसल का नुकसान तो हुआ है, लेकिन किसान मजबूत सरकार बनाने का मन बना चुके हैं। पांच साल के कार्यकाल को आधार बनाकर मतदान करेंगे। बात काटते हुए वंशीधर कहते हैं कि कोई भी सरकार बेरोजगारी दूर करने का प्रयास नहीं करती है, नेता चुनाव में वादा कर चले जाते हैं। बेरोजगार व आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को 72 हजार देने की घोषणा करते हैं, लेकिन रोजगार के संसाधन बढ़ाने पर कोई चर्चा नहीं करता। वासुदेव कहते हैं कि पांच साल में बिजली, शौचालय, पीएम आवास, मरीजों को के मुफ्त इलाज से जनता खुश है। इस बार नमो-नमो का माहौल है। तुलसीराम वर्मा कहते हैं कि किसे वोट देना है यह मैं नहीं बताउंगा, लेकिन देश की जनता विकास के नाम पर मजबूत प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है। मारूफ कहते हैं कि जाति धर्म व क्षेत्र वाद को भूलकर ही लोग इसबार मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसी तरह की चर्चाएं गली मुहल्लों में आम है।