नौ मौतों के बाद हटाए गए संचारी रोग नोडल व डाक्टर
पांच दिनों से गायब चल रहे थे पीएचसी के डाक्टर
बलरामपुर :
बुजुर्ग समेत नौ बच्चों की मौतों के जिम्मेदार लापरवाही चिकित्सकों व कर्मियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। घटना की सूचना पाते ही सीएमओ दूसरे दिन गांव पहुंच गए, लेकिन शिवपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के संचारी रोग नोडल डा. बृजेश जायसवाल ने गांव जाना उचित नहीं समझा। इससे नाराज मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने उन्हें हटा दिया है। डा. बृजेश जायसवाल जिला संयुक्त चिकित्सालय में ईएमओ के पद पर तैनात किए गए हैं। यही नहीं ताबड़तोड़ मौतों के बाद बलदेवनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डा. फैयाज मन्नान पांच दिनों से गायब थे। इस कदर लापरवाही देख सीएमओ ने उन्हें भी वहां से हटाकर सीएचसी शिवपुरा से संबद्ध कर दिया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि नौ मौतों के बाद संचारी रोग के नोडल का गांव न पहुंचना घोर लापरवाही है,इसलिए उन्हें हटा दिया गया है। इसी तरह पांच दिनों से गायब चल रहे डाक्टर को सीएचसी शिवुपरा से संबद्ध किया गया है। इसके अलावा बलदेव नगर में स्वीपर कम चौकीदार सोहनलाल को हटाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर व पीएचसी गुगौली में प्रयोगशाला सहायक लियाकत अंसारी को पीएचसी इटईरामपुर उतरौला भेजा गया है।
दो बच्चे और भर्ती, सप्ताह भर तक चलेगा स्वास्थ्य कैंप:
मोतीपुर गांव में सात बालिकाओं समेत कुल नौ लोगों की मौत के बाद अब भी सात बच्चे बीमार हैं। शनिवार को दो बच्चे और भर्ती कराए गए हैं। इनमें गंभीर रूप से बीमार ओम प्रकाश दो वर्षीय पुत्री राधा व अमेरिका प्रसाद का डेढ़ साल का बेटा संदीप शामिल है। इन्हें एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरा पहुंचाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। सीएचसी अधीक्षक डा. प्रणव पांडेय ने बताया कि दोनों बच्चे स्वस्थ हैं। पहले भर्ती हुए छह बच्चों के स्वस्थ हो जाने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। गांव में डा.मधु, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी वंदना चौधरी, चीफ फार्मासिस्ट ईश्वरी प्रसाद उपाध्याय को एक सप्ताह तक गांव में नियमित कैंप करने का निर्देश दिया गया है।