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लेखपाल संघ का मना स्थापना दिवस

लेखपाल एक ऐसा पद है जो आम आदमी से जुड़ा होता है। वह लेखपाल ही है जो आम आदमी की हर बात को सुनते हैं और उसके निस्तारण का भी प्रयास करते हैं। गांव का पूरा लेखा-जोखा रखते हैं। समय-समय पर वे गांव के लिए दिशा निर्देश भी देते हैं। यह बातें उपजिलाधिकारी बांसडीह अन्नपूर्णा गर्ग (आइएएस) ने कही। वे लेखपाल संघ के 56वें स्थापना दिवस पर बोल रही थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 05:02 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 05:02 PM (IST)
लेखपाल संघ का मना स्थापना दिवस
लेखपाल संघ का मना स्थापना दिवस

जासं, बांसडीह (बलिया) : लेखपाल एक ऐसा पद है जो आम आदमी से जुड़ा होता है। वह लेखपाल ही है जो आम आदमी की हर बात को सुनते हैं और उनकी समस्या का निस्तारण का भी प्रयास करते हैं। गांव का पूरा लेखा-जोखा रखते हैं। समय-समय पर वे गांव के लिए दिशा निर्देश भी देते हैं। यह बातें उपजिलाधिकारी बांसडीह अन्नपूर्णा गर्ग (आइएएस) ने कहीं। वे लेखपाल संघ के 56वें स्थापना दिवस पर बोल रही थीं। उन्होंने लेखपालों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों की मांगें है जिसकी जानकारी हमें भी है। मैं राजस्व परिषद में पदास्थापित हुई तो संघ की मांगों पर विचार होगा। इस मौके पर  शिवसागर दूबे तहसीलदार बांसडीह ने संस्थापक मुरारी दास के चित्र पर माल्यार्पण के बाद कहा कि मेहनत से काम करने वाले की हर जगह पूजा होती है। इसलिए आप सभी अपने दायित्वों का निर्वहन हमेशा सच्ची निष्ठा से करते रहें। इस दौरान सेवानिवृत्त लेखपाल भीष्म देव ¨सह को विदाई भी दी गई। जिलाध्यक्ष शैलेंद्र ¨सह, दिग्विजय ¨सह, विवेक ¨सह सहित सभी लेखपाल उपस्थित रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष निर्भय नारायण ¨सह व संचालन तहसील अध्यक्ष निर्भय ¨सह ने किया।

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