अध्यात्म व विज्ञान के अद्भुत समन्वय थे पं.अवध बिहारी
पं.अवध बिहारी तिवारी लहरी अध्यात्म और विज्ञान के अछ्वुत समन्वय थे। वे आयुर्वेद के विज्ञानी समर्पित शिक्षाविद और साहित्यकार होने के साथ साथ नाट्यक्रम में नि
जासं, बलिया : पं.अवध बिहारी तिवारी लहरी अध्यात्म और विज्ञान के अद्भुत समन्वय थे। वे आयुर्वेद के विज्ञानी समर्पित शिक्षाविद और साहित्यकार होने के साथ साथ नाट्यक्रम में निष्णात विख्यात रंगकर्मी थे। उक्त बातें वरिष्ठ वरिष्ठ साहित्यकार डा.जनार्दन राय ने पं.अवध बिहारी तिवारी की जयंती पर शक्तिस्थल स्कूल चंद्रशेखर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानाचार्य आशुतोष त्रिपाठी ने तिवारी जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर व्यापक प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रबंधक पं.दुर्गादत्त त्रिपाठी, ओमप्रकाश त्रिपाठी, रामजी, साकेत त्रिपाठी आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। दुर्गादत्त त्रिपाठी ने शिक्षा की गुणवत्ता कला और विज्ञान की उपलब्धियों को गिनाया। इस मौके पर सुदेश्वर अनाम, सूरज समदर्शी, फतेहचंद्र गुप्त बेचैन, जनार्दन चतुर्वेदी, अमावस यादव आदि मौजूद थे। संचालन नवचंद्र तिवारी व आभार संगम त्रिपाठी ने व्यक्त किया।