महिला सुरक्षा नदारद, रेस्क्यू वैन बनी सवारी गाड़ी
जागरण संवाददाता बलिया : महिलाओं को अत्याचार से मुक्ति दिलाने और उन्हें कहीं भी तत्काल सहा
जागरण संवाददाता बलिया : महिलाओं को अत्याचार से मुक्ति दिलाने और उन्हें कहीं भी तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए शासन की ओर से संचालित 181 नंबर की महिला हेल्पलाइन व रेस्क्यू वैन यहां सवारी वाहन बनकर रह गई है। इन वाहनों की शुरुआत यहां जून में की गई थी लेकिन आज तक इससे काम नहीं लिया जा सका है। महिला उत्पीड़न की शिकायत पर हर सुविधाओं से लैस इस वैन को तत्काल मौके पर पहुंचना है लेकिन आज इसका उपयोग कहीं और ही हो रहा है। महिला उत्पीड़न के खतरनाक आंकड़ों को देखते हुए शासन स्तर पर जिस मकसद से इस वैन की शुरुआत की गई थी उसमें यहां यह खरा नहीं उतर पा रही है। इस वैन का प्रयोग महिला सुरक्षा में करने के बजाए प्रोबेशन विभाग अपने निजी कार्यों के लिए कर रहा है। प्रशासनिक उदासीनता से आज ये वैन मुख्य रूप से प्रोबेशन विभाग के लिए सवारी गाड़ी बन चुकी है। महिला उत्पीड़न के मामलों में संबंधितों पर लगाम कसने और समस्याओं के तत्काल निदान के लिए 181 महिला हेल्पलाइन रेस्क्यू वैन की शुरुआत की गई थी। इसमें यदि महिलाओं या युवतियों को कोई भी शोहदा परेशान करता है या किसी भी तरह का उत्पीड़न होता है तो वे हेल्पलाइन 181 पर फोन कर इसकी मदद ले सकती हैं लेकिन यहां इसे धरातल पर संचालित करने के बजाए कागजों में ही दौड़ाया जा रहा है।
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मामला गंभीर कराएंगे पड़ताल
मामला काफी गंभीर है और सरकार द्वारा संचालित रेस्क्यू वैन का प्रयोग केवल महिलाओं की सुरक्षा में ही किया जा सकता है। कहा अगर इसका इस्तेमाल किसी अन्य कार्य में किया जा रहा है तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
-मनोज कुमार ¨सघल, अपर जिलाधिकारी