कब मिलेगी अधूरे विद्यालय भवनों को अपनी छत
जागरण संवाददाता नगरा ( बलिया) जूनियर हाईस्कूल नगरा के परिसर में दो दशक पूर्व निर्मित चा
जागरण संवाददाता, नगरा ( बलिया) : जूनियर हाईस्कूल नगरा के परिसर में दो दशक पूर्व निर्मित चार अधूरे कमरे बंदरबाट की कहानी बयां कर रहे हैं। अधिकारियों की नाक के नीचे ही भवन निर्माण में जिम्मेदारों ने भ्रष्टाचार का घोड़ा सरपट दौड़ाया है। ये चारों कमरे छत विहीन हैं। केवल दीवारें खड़ी की गई हैं। अब हालत यह है कि दीवारें भी जर्जर हो कर दरक रही हैं। बड़ी बात तो यह है कि जूनियर हाईस्कूल के समीप ही बीआरसी भवन भी स्थित है। यहां पर हमेशा ही अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है कितु किसी की भी नजर अधूरे भवनों की तरफ नहीं जाती हैं।
दो दशक पूर्व चार कमरों के निर्माण हेतु तत्कालीन प्रधानाध्यापक व तत्कालीन ग्राम प्रधान के संयुक्त खाते में धन आया था। पूर्व जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने अपने कार्यकाल में निरीक्षण के समय इन अधूरे भवनों को देख संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई थी। उन्होंने अधूरे भवनों को पूर्ण कराने का निर्देश भी दिया था, कितु उनके जाने के बाद उनका आदेश भी ठंडे बस्ते में चला गया। प्रधानाध्यापक दयाशंकर राम की माने तो भवन निर्माण मद के डेढ़ लाख रुपये आज भी जिला सहकारी बैंक की नगरा शाखा में पड़े हुए हैं। इसके बाद भी छत की ढलाई न होना समझ से परे है। आज जबकि नगरा को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है ऐसी परिस्थिति में अब सबकी निगाहें नगर पंचायत की तरफ लगी हुईं हैं। प्रधानाध्यापक दयाशंकर राम का कहना है कि अधूरे भवनों के निर्माण हेतु बार-बार उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जाता है कितु बजट नहीं मिलता है। धन मिलते ही भवन का निर्माण करा दिया जाएगा।
बीईओ लालजी शर्मा का कहना है कि भवन निर्माण के बावत नगर पंचायत से वार्ता की गई है। जल्द ही भवन निर्माण का आश्वासन मिला है।