जर्जर मार्ग निर्माण को लेकर ग्रामीणों का धरना
रसड़ा (बलिया) वर्षों से गढ्ढे में तब्दील हो चुकी माधोपुर-चितामणिपुर मार्ग के आश्वासन के बावजूद भी निर्माण कराये न जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को अमहर चट्टी पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामनारायण मौर्या के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया।
रसड़ा (बलिया) : वर्षों से गढ्डे में तब्दील हो चुकी माधोपुर-चितामणिपुर मार्ग के निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को अमहर चट्टी पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामनारायण मौर्या के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना स्थगित कर दिया।
इस मार्ग के निर्माण को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मसूद आलम अंसारी के नेतृत्व में ग्रामीण कई वर्षों से संघर्षरत हैं। पिछले दिनों एसडीएम को पत्रक देकर इस मार्ग का निर्माण कराने की मांग की थी कितु विभागीय उदासीनता के चलते सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। नतीजतन मसूद आलम अंसारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अमहर चट्टी के समीप सैकड़ों ग्रामीणों संग धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस मार्ग से अमहर पट्टी दक्षिण व उत्तर, रौराचवर, जाम, सरया, नराक्ष, नशरथपुर आदि आधा दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीण प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रसड़ा आते-जाते हैं। पूरी तरह से जर्जर हो चुकी इस सड़क के निर्माण को लेकर कई बार आंदोलन भी हो चुका है परंतु सरकार की मंशा के खिलाफ विभाग इस मार्ग का कायाकल्प करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है जिसके चलते ग्रामीण आंदोलन को विवश हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के अंदर लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया तो वे वृहद आंदोलन करेंगे। धरना सभा में ग्राम प्रधान गुड्डू, अजय कुमार, रामनिवास पाल, राजकुमार राम, सदाफल, भावना तिवारी, शौकत अली, आनंद कुमार, मु. जमील, वीरेंद्र चौहान, छोटेलाल, राजकुमार भारती आदि ने भाग लिया।