दुर्दशा के शिकार हैं राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय
क्षेत्र के आयुर्वेदिक अस्पतालों की दुर्दशा रोगियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने वालों को उक्त अस्पतालों की दुर्दशा के कारण निराशा हाथ लग रही है।
जासं, बैरिया (बलिया) : क्षेत्र के आयुर्वेदिक अस्पतालों की दुर्दशा रोगियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने वालों को उक्त अस्पतालों की दुर्दशा के कारण निराशा हाथ लग रही है। राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय बैरिया, जमालपुर, टोला शिवन राय, दूबेछपरा सहित क्षेत्र के आधा दर्जन आयुर्वेदिक अस्पतालों में न तो चिकित्सक हैं न दवाई। अस्पताल कब खुलता है, कब बंद होता है, आसपास के लोगों को भी पता नहीं चलता। स्थानीय लोगों ने जिला आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी का ध्यान अपेक्षित करते हुए बदहाली के शिकार राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालयों को सक्रिय करने का आग्रह किया है।