बहुत हुई लापरवाही, अब नहीं सुधरे तो होगी बड़ी कार्रवाई : उपेंद्र
बैठक -लापरवाही पर कार्रवाई होगी तो काम नहीं आएगी कोई सिफारिश -स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा में मंत्री के दिखे कड़े तेवर
जागरण संवाददाता, बलिया: राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकताओं में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारना भी एक है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही अक्षम्य होगी। समय रहते सभी चिकित्साधिकारी सचेत हो जाए और ईमानदारी से दायित्वों का निर्वहन करें अन्यथा कोई सिफारिश काम नहीं आएगी। वह गुरुवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि योगी सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ मजाक करने वालों की खैर नहीं है। उन्होंने अस्पतालवार चिकित्सकों से पूछताछ की और जिनके यहां कमी मिली उनके पेंच भी कसे। बैठक से गायब डिप्टी सीएमओ आरके ¨सह का स्पष्टीकरण तलब किया। सीएमओ डा. एसपी राय को निर्देश दिया कि सभी चारों डिप्टी सीएमओ के कार्य का विभाजन कर उपलब्ध करा दें। एसीएमओ के स्तर से जो 11 अधिकारी हैं, इनसे भी कार्य सम्बन्धी पूछताछ की। सीयर के प्रभारी पूर्व सूचना के बावजूद जरूरी अभिलेख नहीं लाए थे। इस पर मंत्री ने तगड़ी क्लास लगाई। नरहीं के प्रभारी से मंत्री ने सवाल किया कि वहां तैनात चिकित्सकों में कितने डाक्टर ड्यूटी करते है, इस पर प्रभारी ने चुप्पी साध ली।
सरकारी खर्च से पढ़ाई, फिर सरकारी अस्पताल में ड्यूटी में लापरवाही क्यों
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था में लापरवाही पर मंत्री ने डॉक्टरों से दो टूक सवाल किया, सरकारी धन से एमबीबीएस जैसी महंगी पढ़ाई की जाती है, तो फिर सरकारी अस्पताल में इलाज करने में लापरवाही क्यों? आखिर सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज क्यों नहीं कर पाते। जबकि प्राइवेट में उन्हीं के आवास पर मरीजों की भीड़ लगी रहती है।
मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम के हो उपाय
मच्छरों से बचाव के लिए कोई खास छिड़काव नहीं होने पर नाराजगी जताई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में तैनात एसीएमओ डा. सुधीर तिवारी को निर्देश दिया कि मच्छर जनित बीमारियां रोकने के लिए पर्याप्त उपाय किए जाएं। बांसडीह अस्पताल के प्रभारी को नगर स्वास्थ्य अधिकारी बनाने पर कहा कि शहर के किसी डॉक्टर को यह जिम्मेदारी दी जाए।