कल तक अपने घर दूसरों को देते थे आसरा..आज खुद हुए बेघर
जीवन दायिनी गंगा का रौद्र रूप गंगापुत्रों के खिलाफ अगर देखना हो तो बैरिया-बलिया मार्ग के दक्षिण बसे केहरपुर चौबेछपरा गंगापुर के सोनारटोला बनिया टोला के कटान व बाढ़ पीड़ितों ने तिनके-तिनके से जोड़कर बना अपना आशियाना उजाड़कर बेघर-बार होकर खानाबदोश की जिदगी जीवन यापन के लिए बाध्य हो गए हैं। कल तक जो अपने घर दूसरों को आसरा देते थे वह आज स्वयं बेघर होकर इधर-उधर शरणागत हैं।
जागरण संवाददाता, मझौवां (बलिया) : जीवन दायिनी गंगा का रौद्र रूप गंगापुत्रों के खिलाफ अगर देखना हो तो बैरिया-बलिया मार्ग के दक्षिण बसे केहरपुर, चौबेछपरा, गंगापुर के सोनारटोला, बनिया टोला के कटान व बाढ़ पीड़ितों ने तिनके-तिनके से जोड़कर बना अपना आशियाना उजाड़कर बेघर-बार होकर खानाबदोश की जिदगी जीवन यापन के लिए बाध्य हो गए हैं। कल तक जो अपने घर दूसरों को आसरा देते थे, वह आज स्वयं बेघर होकर इधर-उधर शरणागत हैं।
केहरपुर के मदन ओझा, प्रभुनाथ ओझा, बब्लू ओझा का कहना है कि शासन-प्रशासन के आश्वासन पर तो हम लोग बाढ़ से पूर्व घर तो नहीं उजाड़ पाए, बाढ़ आते ही कटान शुरू हो गया। जिस कारण हम लोगों के घर गंगा में विलीन हो गए। अब शासन-प्रशासन से हम लोगों को उम्मीद है कि मकान ध्वस्त होने का मुआवजा के साथ हमें विस्थापित होने से पुनर्वासित करने के लिए अवश्य कार्रवाई की जाएगी। वहीं अवशेष चौबेछपरा के शिवनाथ यादव, नंदजी यादव, लल्लू यादव, राजेश यादव का कहना है कि अभी तक हमें आवास के गंगा में विलीन होने के बाद मुआवजा तक नहीं मिला। अब हम लोगों को बसाने के लिए प्रशासन क्या करता है, यही देखना है। गंगापुर सोनारटोला के जवाहर सोनी, राजेश सोनी, लालबाबू सोनी आदि का कहना है कि हम लोग कटान के भय से अपना आवास तो उजाड़ लिए, अब शासन से पुनर्वासित करने के लिए भूमि, आवास की अपेक्षा रखते हैं। बनिया टोला के रिकू गुप्ता, वीरेंद्र गुप्ता, चुन्नू लाल, कृष्णा केशरी, राजकुमार का कहना है कि गंगा के कटान से हम लोग बेघर हो गए। अब सरकार से हमें पुनर्वासित किए जाने के लिए भूमि, आवास आदि की व्यवस्था करने की अपेक्षा लगी हुई है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व विधायक सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी से मांग की है कि हम कटान पीड़ितों को विस्थापित से पुनर्वासित करने के लिए उचित कार्रवाई करें ताकि हम लोगों को खनाबदोश की जिदगी से निजात मिल सके।