गन्ना किसानों का प्रदर्शन, प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसानों को लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। गेहूं खरीद से लेकर गन्ना खरीद तक चहुंओर दुर्व्यवस्था का आलम है। जिम्मेदारों की हिलाहवाली का खामियाजा किसानों को भु्गतना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, सिकन्दरपुर (बलिया): सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसानों को लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। आक्रोशित किसानों ने शनिवार को प्रदर्शन कर रोष जताया। उत्तेजित किसानों ने कहा कि गेहूं खरीद से लेकर गन्ना खरीद तक चहुंओर दुर्व्यवस्था का आलम है। जिम्मेदारों की हिलाहवाली का खामियाजा किसानों को भु्गतना पड़ रहा है। हैरत की बात तो यह है कि सबकुछ जानने के बाद भी विभागीय अफसर मौन हैं।
सिकंदरपुर-मनियर मार्ग स्थित खरीद गन्ना क्रय केन्द्र पर प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी की गई। दर्जनों की संख्या में गन्ना लदी ट्रैक्टर टालियों के साथ मौजूद किसान दुर्व्यवस्था की पोल खोल रहे थे। किसानों ने बताया कि किसान सहकारी चीनी मिल (घोसी) प्रशासन व ठेकेदारों की उदासीनता से किसानों का गन्ना हफ्तों तक पड़ा है। हालात यह है कि क्रय केंद्रों पर गन्ना की खरीद नहीं हो पा रही है। दो से तीन सप्ताह तक गन्ना लदी ट्रालियां केन्द्र पर ही खड़ी रह रही हैं। बावजूद कोई आधिकारिक पहल नहीं हो पा रही है। इससे किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
किसानों ने बताया कि विभागीय लापरवाही से दो-तीन ट्रक गन्ना ही प्रति सप्ताह मिल में भेजा जा रहा है। यदि प्रतिदिन तौल होती तो स्थिति कुछ अलग होती और किसानों को परेशान भी नहीं होना पड़ता। यदि यही स्थिति बनी रही तो किसानों का गन्ना की खेती से मोह भंग हो जाएगा। आरोप लगाया कि विभागीय व ठेकेदार की मिलीभगत से किसान रोज परेशान हो रहे हैं। सहकारी चीनी मिल रसड़ा के डायरेक्टर मुन्नीलाल यादव ने कहा कि गन्ना तौल के लिए चीनी मिल प्रसाशन थोड़ा भी गम्भीर नहीं है। किसानों का गन्ना तौल केंद्र पर सूख रहा है। उच्चाधिकारी भी इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं, लिहाजा किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। इस मौके पर त्रिलोकी यादव, अवधेश यादव, भवानी यादव, सत्यदेव यादव, अमरनाथ यादव, तनवीर अहमद सहित दर्जनों किसानों मौजूद थे। वर्जन
-------
फैक्ट्री में आवक ज्यादे होने से पिछले दिनों उठान प्रभावित हुआ था लेकिन अब ऐसा नहीं है। लोडिग व अनलोडिग में थोड़ा समय लगता है। वहीं बीच में बारिश की वजह से भी ढलाई संभव नही हो पा रही थी। सारी समस्या का समाधान कर दिया गया है। प्रयास किया जा रहा है कि प्रतिदिन दो से तीन ट्रक का उठान हो सके।
-प्रदीप सिंह
गन्ना अधिकारी