विपदा की इस घड़ी में राहत के ये फरिश्ते बने मददगार
कोरोना संकट से जूझ रहे मजबूर लोगों की मदद मुहैया कराने के लिए वैसे तो विभिन्न संस्थाएं जी-जान से जुटी हैं। लॉकडाउन के दौरान जरुरतमंदों को मदद व राहत पहुंचाने वाले ऐसे लोगों की खूब चर्चा भी हो रही है।
मदद को बढ़े हाथ
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-पिछले दस दिनों से गरीब, मजदूर, मजबूर व निराश्रितों को उपलब्ध करा रहे निवाला -बलिया सिख समाज व नि:स्वार्थ सेवा समिति के नेक कार्यों की हो रही चहुंओर चर्चा
-प्रधानमंत्री के आह्वान से प्रेरित हो जरुरतमंदों को रोटी मुहैया कराने का लिया संकल्प जागरण संवाददाता, बलिया: कोरोना संकट से जूझ रहे मजबूर लोगों की मदद मुहैया कराने के लिए वैसे तो विभिन्न संस्थाएं जी-जान से जुटी हैं। लॉकडाउन के दौरान जरुरतमंदों को मदद व राहत पहुंचाने वाले ऐसे लोगों की खूब चर्चा भी हो रही है। वहीं विपदा की इस घड़ी में कुछ छपास के शौकीन ऐसे भी हैं जो शहर व ग्रामीणांचलों में मदद के नाम पर फोटो खिचवाओ और भाग जाओ की स्टाइल में काम कर इंसानियत को शर्मसार कर रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे भी कर्मवीर हैं जो लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए लोगों का हरसंभव सहयोग करने में जुटे हैं।
जी हां, विपदा की इस घड़ी में कमजोर, गरीब, बेसहारा व भिक्षाटन करने वालों की पेट की आग बुझाने वाली संस्था कोई और नहीं बल्कि बलिया सिख समाज व निस्वार्थ सेवा समिति है। इसके सदस्य दिन-रात एक कर लॉकडाउन के नियमों के अधीन रहते हुए जरुरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। बलिया सिख समाज पिछले दस दिनों से अपने 35 सदस्यों के साथ मिलकर रोजाना तकरीबन चार सौ जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहा है। यही नहीं इस समाज द्वारा प्रतिदिन करीब 200 अतिरिक्त लंच पैकेट जिला प्रशासन को भी उपलबध करा रहा है ताकि कोई भी जरुरतमंद इससे वंचित न रह जाए।
सिख समाज के वरिष्ट सदस्य सीए बलजीत सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा जरुरतमंदों को मदद पहुंचाने के आह्वान से हम सभी प्रेरित हुए और निराश्रित लोगों को रोटी उपलब्ध कराने की ठान ली। बताय कि इसके लिए बकायदा चार टीमें बनाई गई हैं जो नगर में घूम कर भूखे-प्यासे राहगीरों व बेसहारा लोगों को लंच पैकेट पहुंचा रही है। इसी क्रम निस्वार्थ सेवा समिति के सदस्य भी नाम के अनुरुप ही इस अभियान को सफल बनाने में पूरी तन्मयता से जुटे हैं। महज तीन सक्रिय लोगों का यह संगठन रोजाना 800 लोगों का पेट भर रहा है। अंकित अग्रवाल, चेतन अग्रवाल व रामकुमार मुन्ना के प्रयासों से यह सब कुछ इतना आसानी सम्पन्न हो रहा है जिसकी कल्पना मात्र से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पेशे से व्यवसायी व समिति के प्रमुख सदस्य रामकुमार मुन्ना ने बताया कि हमारा लक्ष्य समिति के उद्देश्यों को सफल बनाना है। लॉकडाउन के बाद से ही हमलोग इस कार्य में जुटे हैं। नगर के प्रत्येक मोहल्ला व गली-कूचों में रहने वाले जरुरतमदों तक सुबह-शाम हमारी छोटी से भेंट पहुंच रही है।
यही नहीं नगर से सटे घरहरा स्थिति सेंट जेवियर स्कूल में क्वारंटाइन में रखे गये 150 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराना इसी समिति के कंधों पर है। नि:संदेह प्रशासनिक अलमा अपने स्तर से प्रत्येक जरुरतमंद तक जरुरी सामन पहुंचा रहा है लेकिल, मास स्केल पर जनता के लिए जनता द्वारा की जा रही इस मदद से व्यवस्था को और बेहतर बनाने में काफी मदद मिल रही है।