शहीदों के सपनों के भारत का निर्माण ही सच्ची श्रद्धांजलि
शहीदों के सपनों के भारत का निर्माण ही सची श्रद्धांजलि
जागरण संवाददाता, सुखपुरा (बलिया) : सन 1942 की क्रांति में शहीद सुखपुरा के तीनों रणबांकुरों की शहादत को नमन किया गया। शुक्रवार को भारी बारिश के बीच शहीद स्मारक पर ध्वजारोहण व राष्ट्रगान के बाद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर लोगों ने अमर सपूतों की स्मृतियों का स्मरण किया।
इस मौके पर नए भारत के निर्माण हेतु लोगों ने संकल्प भी लिया। स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पांडेय ने शहीद स्मारक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लोगों ने राष्ट्रगान के बाद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि दी। सेनानी रामविचार ने अपने संबोधन में कहा कि आज के परिवेश में राष्ट्र के नव निर्माण में युवाओं की महती भूमिका है। भारत पूर्णतया युवाओं का देश बन गया है युवाओं से राष्ट्र को भी अपेक्षा है। आज देश के युवा अपने कार्यों से राष्ट्र को बल प्रदान कर सकते हैं।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने कहा कि शहीदों के सपनों के भारत के निर्माण का दायित्व हम सभी पर है। हम समस्त राजनीतिक विद्वेष भुलाकर राष्ट्र निर्माण के लिए एक हों तभी हम मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। पूर्व प्रधानाचार्य विजय शंकर सिंह ने सुखपुरा के तीनों शहीद चंडी लाल, गौरी शंकर, कुलदीप सिंह के आजादी के जंग में किए गए उनके कार्यों की जानकारी आज के युवाओं को देते हुए उनके सपनों के भारत निर्माण में सहयोग का आह्वान किया। इसके पूर्व क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर अमर शहीदों की शहादत को नमन किया।
इस मौके पर राजा रामचंद्र शिक्षा संस्थान के बच्चे भी शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि दिए। पूर्व प्रमुख अनिल कुमार सिंह, श्रीराम सिंह, कनक पांडेय, सुनील सिंह, गंगासागर, सत्य प्रकाश गुप्त, आनंद सिंह पिटू, अख्तर अली, रमाशंकर यादव, राजेश सिंह, अभिमन्यु, बसंत सिंह, समरेंद्र सिंह आदि मौजूद थे। संचालन शहीद स्मारक समिति के प्रबंधक हरेराम सिंह ने किया।