पट खुलते ही जयमाता के जयकारे से गूंज उठी भृगृ की नगरी
शारदीय नवरात्र की सप्तमी के दिन मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडालों में स्थापित देवी प्रतिमाओं को पट खोला गया। इस दौरान माता रानी के जायकारे से भृगु की नगरी गूंज उठीं।
जागरण संवाददाता, बलिया : शारदीय नवरात्र की सप्तमी के दिन मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडालों में स्थापित देवी प्रतिमाओं को पट खोला गया। इस दौरान माता रानी के जयकारे से भृगु की नगरी गूंज उठी। पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया गया। इसको लेकर शहर सहित देहात क्षेत्रों में गहमागहमी का माहौल रहा। मंदिरों में सुबह से लोगों का दर्शन पूजन को रेला लगा रहा। इस बीच लगभग सभी पंडालों में मां के भक्त इसे अंतिम रूप देने में लगे रहे। पंडालों में प्रतिमाओं को स्थापित करने के साथ ही उनकी प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में समिति के लोग पूरी तत्परता से जुटे रहे। पंडालों में स्थापित मां की प्रतिमाओं के पट खुलते ही मां के दिव्य रूपों के दर्शन हुए। प्रतिमाओं के पट खुलने के साथ ही पंडालों में शाम को भक्तों की भी जबर्दस्त भीड़ रही। शहर के मां शेरा वाली नव युवक संघ लोहापट्टी के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, युवा व्यापार सेवा समिति चमन ¨सह बाग रोड पर अध्यक्ष बबलू कुमार गुप्ता, आदर्श विकास समिति कासिम बाजार गुरुद्वारा रोड में अध्यक्ष गौरव कुमार, राष्ट्रीय संस्कृति समिति के अध्यक्ष मुकेश कुमार जायसवाल, श्रीदुर्गा भक्त कमेटी आर्य समाज रोड के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद आदि ने विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन कर मां का पट खोला। इस दौरान घंटा घड़ियाल व शंख बजते रहे। पंडालों को आकर्षक रूप से सजाया गया था।
मनियर : क्षेत्र के कस्बा के परशुराम स्थान व बजरंगी ¨सह के दरवाजे तथा ग्रामीण क्षेत्रों के पिलूइ, असना, बहदुरा, रामपुर दक्षिण, छितौनी, देवरार सहित दर्जनों गांव में मां दुर्गा के बने पंडालों में लगी मूर्ति को विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना करने के बाद पट खोला गया।
दशहरा का मेला शुरू
रेवती: घंटा घड़ियाल, शंख ध्वनि, वेदमंत्रोचर तथा मां दुर्गे के जयकारे के साथ देवी के पट खुलने के साथ रेवती मे शारदीय नवरात्र के अवसर पर लगने वाला चार दिवसीय दशहरा मेला शुरू हो गया। इस वर्ष भी नगर में डेढ़ दर्जन से अधिक मां दुर्गा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ एक दर्जन बजरंगबली व अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। विभिन्न पूजा पांडालों में आकर्षक सजावट, लाइट, डेकोरेशन तथा भक्ति गीतों की धूम रही। साधनारत किशोरी बनी आस्था का केंद्र
जासं, रसड़ा : कलयुग में यदि कोई व्यक्ति नौ दिन नवरात्र में अन्न, जल त्याग कर साधना में लीन रहे तो यह निश्चित रूप से चमत्कारिक तप एवं आस्था का विषय समझा जाएगा। ऐसा ही नजारा इन दिनों नगर के पुरानी गुदरी बाजार दुर्गा पूजा समिति पंडाल में देखने को मिल रहा है। डाक बम शगुन गुप्ता (16) नामक किशोरी मां दुर्गा की भक्ति में प्रतिमा के समक्ष अराधना में लीन है। वह सभी भक्त तथा श्रद्धालओं के आस्था का केंद्र ¨बदु बन गई है। साधना योग में इसे हठयोग कहा जाए अथवा तप साधना यह चर्चा का विषय है।