सूर्यदेव ने तरेरी आंख, पारा पहुंचा 44 के पार
दिनों दिन गर्मी प्रचंड रुप धारण करते जा रही है। मंगलवार को पारा एक बार फिर 45 डिग्री सेल्सियस के पार नजर आया। ज्येष्ठ मास में गर्मी व लू का प्रकोप बढ़ने से हर कोई बेहाल है।
जागरण संवाददाता, बलिया: दिनों दिन गर्मी प्रचंड रुप धारण करती जा रही है। मंगलवार को पारा एक बार फिर 45 डिग्री सेल्सियस के पार नजर आया। ज्येष्ठ मास में गर्मी व लू का प्रकोप बढ़ने से हर कोई बेहाल है। तीखी धूप और लू की वजह से इंसान के साथ बेजुबान भी बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हैं। दिन-ब-दिन बढ़ती गर्मी व तेज हवा का झोंका पूरे दिन बदन को झ़ुलसाने का काम कर रहा है। सूर्य देव की तरेरती नजरें व तेज पछुवा हवा की युगलबंदी ने हालात को विकट बना दिया है। आसमान से बरसती आग व झकझोरती पछुआ हवा ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। दिन चढ़ने के साथ ही मौसम का सितम शुरु हो गया है।
सुबह नौ बजे के बाद लोगों का घर से निकलना दुश्वार हो गया। वहीं लगातार हो रही बिजली कटौती कोढ़ में खाज का काम रही है। बिजली न रहने से लोगों को घर पर भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या आम बात हो गई है। दिन भर तेज धूप व गर्म हवा के थपेड़े आग उगलते रहे। इसके आगे हर कोई बेबस नजर आया। एक तो कोरोना के चलते लोग पिछले दो माह से परेशान चल रहे हैं वहीं तीखी धूप की वजह से नगर सहित गांवों की सड़कें सूनसान हो जा रही हैं। लॉकडाउन के कारण रोस्टर के मुताबिक दुकाने खुलने के बाद भी बाजारों में चहल पहल कम देखी जा रही है। लोगबाग लू और गर्मी से बचने के लिए घरों में दुबके रहे। लगभग यही हालात बेजुबानों की भी है। गर्मी और लू से परेशान पशु-पक्षी भी छांव व पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं।
अघोषित कटौती ने बढ़ाई परेशानी
गड़वार (बलिया): विद्युत उपकेंद्र गड़वार, रतसर व फेफना से संबद्ध क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अघोषित बिजली कटौती से लोग काफी परेशान हैं। एक तरफ जहां दिनों दिन मौसम को मिजाज तल्ख होता जा रहा है वहीं विगत एक पखवारे से प्रतिदिन महज पांच से छह घण्टे हो रही बिजली आपूर्ति जले पर नमक छिड़क रहा है। अघोषित व अनियमित बिजली कटौती से जनता पूरी तरह त्रस्त हो गई है। एक तरफ लॉकडाउन की वजह से जनता पिछले दो माह से घरों में कैद हैं वहीं इधर अघोषित बिजली कटौती से लोगों को घर में भी राहत नहीं मिल रही है। खास कर बुजुर्ग, बच्चे व महिलाएं खासा परेशान हैं। कस्बा निवासी लालचंद वर्मा, धनंजय सिंह, अख्तर अंसारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर के मुताबिक विद्युत आपूर्ति की मांग की।