सरकार की नीतियों के खिलाफ सुभासपा का धरना
देश-प्रदेश में अराजकता व्याप्त है भ्रष्टाचार चरम पर है बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ी हो गई है। बावजूद सरकार अपनी पीठ थपथपाई रही है। उक्त बातें सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने तहसील परिसर में सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सत्रह सूत्रीय मांगों के समर्थन में आयोजित धरना को संबोधित कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, बांसडीह (बलिया): देश-प्रदेश में अराजकता व्याप्त है। भ्रष्टाचार चरम पर है। बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ी हो गई है। बावजूद सरकार अपनी पीठ थपथपाई रही है। यह बात सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने तहसील परिसर में सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सत्रह सूत्रीय मांगों के समर्थन में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कही।
ओमप्रकाश ने कहा कि गरीबों के आवास पर माननीय कंडली मारकर बैठे हैं। जनता के हक अधिकारी गटक रहे हैं। थाना से लेकर कलेक्ट्रेट तक वसूली हो रही है। पार्टी ने परास्नातक तक मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा लागू करना, प्राथमिक विद्यालय में तकनीकी शिक्षा, शिक्षा का राष्ट्रीयकरण, प्रत्येक मतदाता को पांच हजार प्रति माह पेंशन देने, किसानों को मुफ्त बिजली देने, पिछड़े वर्ग का आरक्षण बढ़ाकर 52 प्रतिशत करने की मांग की। इसके अलावा प्रदेश को पूर्वांचल, मध्यांचल, हरित प्रदेश और बुंदेलखंड में बांटने की वकालत की।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष पुनीत पाठक, प्रदेश प्रवक्ता सुनील सिंह, मानती राजभर, ममता राजभर, लालजी राजभर, माइकल राजभर, उमापति राजभर, अवधेश यादव, सूरज राजभर, हरेंद्र यादव, अनिल राजभर, आदि मौजूद थे। अध्यक्षता सुग्रीव राजभर व संचालन रजनीश श्रीवास्तव ने किया।