जाति आधारित आरक्षण से बिगड़ रहा सामाजिक सौहार्द
जागरण संवाददाता, बलिया : वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में निरंतर कमजोर हो रहे समाज व राष्ट्र का
जागरण संवाददाता, बलिया : वर्तमान आरक्षण व्यवस्था में निरंतर कमजोर हो रहे समाज व राष्ट्र का बचाव कैसे हो विषयक ¨चतन गोष्ठी का आयोजन टाउन हाल में मंगलवार को डा. बीके ¨सह संयोजन में संपन्न हुई। इसमें वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था के कारण देश में लगातार सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है। जो राजनीतिक दलों द्वारा छद्म राजनीतिक पूर्ति के लिए नए-नए रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। एक स्वर से गोष्ठी में मांग किया गया कि 70 साल बीतने के बाद आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा करने का अब उचित समय आ गया है। इसलिए तत्काल इसकी व्यवस्था की जाए। मुख्य अतिथि सेवानिवृत अपर जिलाधिकारी डीएन ¨सह ने कहा कि आरक्षण समाज को कोढ़ बनकर खाए जा रही है और राजनीतिक लोग स्वार्थपूर्ति में व्यस्त है। नतीजा यह है कि देश की प्रतिभाएं किनारे लग जाती है और आरक्षित वर्ग के लोगों के हाथ में व्यवस्था संचालन चला जाता है। कहा कि समाज को तोड़ रहे निरंतर आरक्षण की समाप्ति हेतु मैं हर तरह के संघर्ष के लिए तैयार हूं। कहा कि केंद्र सरकार तत्काल आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा हेतु वैधानिक समिति गठित करें अन्यथा बलिया से उठी ¨चगारी राजनीतिक सत्ता की चूले हिलाने का काम करेंगी। इस अवसर पर वाल्मीकि ¨सह, मनोज, लल्लन दूबे, अरुण कुमार श्रीवास्तव, संतोष राय, डा.एम इलियास, यशवीर ¨सह, पूनम पांडेय, रामानंद पांडेय, रामशंकर पांडेय, राजू वारसी आदि मौजूद थे। अध्यक्षता राजेश कुमार ¨सह व संचालन डा. विजयानंद पांडेय ने किया।