शहादत देने वाले हर नौजवान पर हमें गर्व
जागरण संवाददाता, बेरुआरबारी (बलिया) : क्षेत्र के नरायनपुर गांव में शनिवार को देशभक्ति के त
जागरण संवाददाता, बेरुआरबारी (बलिया) : क्षेत्र के नरायनपुर गांव में शनिवार को देशभक्ति के तरानों, वीर सपूतों की हौसला आफजाई और हजारों लोगों की मौजूदगी के साथ शहीद विजेन्द्र बहादुर ¨सह के जयघोष से गूंज उठा। मौका था शहीद विजेन्द्र बहादुर ¨सह की शहादत के एक वर्ष पूर्ण होने पर गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में शहीद द्वार, शहीद स्मारक स्थल व शहीद की आदमकद प्रतिमा व विजेन्द्र बहादुर ¨सह पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अनावरण के समारोह में मुख्य अतिथि मंत्री स्वतन्त्र प्रभार उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि शहीद विजेन्द्र बहादुर ¨सह की वीरता व अदम्य साहस से नरायनपुर ही नहीं बल्कि पूरे जनपद का नाम रोशन हुआ है। उन्होंने शहीद के परिवारजनों का सम्मान करते हुए कहा कि उनके लाल की शहादत धरती आसमान में अमर रहेगा। गांव वासियो की मांग पर मंत्री ने गांव में शहीद के नाम पर ग्रामपंचायत भवन, मैरीटार चौराहे पर गोलम्बर के बनाने की घोषणा की। विशिष्ट अतिथि नेता प्रतिपक्ष रामगो¨वद चौधरी ने कहा कि सरहद पे शहादत देने वाले हर नौजवान पर हम ¨हदुस्तानियों को गर्व है। एक वर्ष पूर्व जब शहीद के शव यात्रा में शामिल हुआ था तो शहीद के परिवार को देखकर आँखे नम जरूर थीं लेकिन सीना गर्व से चौड़ा था। शहीद के नाम पर बना हुआ शहीद द्वार, स्मारक, सड़क व शहीद विजेन्द्र बहादुर ¨सह पूर्व माध्यमिक विद्यालय एक बानगी भर हैं। इस शहीद गांव के लिए जितना बन सकेगा उतना मैं करूँगा यह मेरे लिए गौरव की बात होगी। इस मौके पर राज्य सभा सांसद सकलदीप राजभर ,उपजिलाधिकारी सन्त कुमार, खण्ड विकास अधिकारी राजेश गुप्ता, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुभाष गुप्ता,ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशोक यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख उमाशंकर पाठक, भासपा के प्रदेश प्रवक्ता सुनील ¨सह, प्रधनाचार्य आशीष ¨सह, पिन्टू यादव, सुनील मौर्य, केतकी ¨सह, बृजनाथ ¨सह, भाजपा नेता गोपाल ¨सह, चेयरमैन प्रतिनिधि कनक पांडेय, हरेन्द्र ¨सह आदि मौजूद थे।अध्यक्षता जगरनाथ ¨सह व संचालन राघवेन्द्र प्रताप ¨सह ने किया । शहीद की प्रतिमा देख मां-पत्नी के नहीं रूके आंसू
शहीद विजेन्द्र बहादुर ¨सह की प्रतिमा के प्रथम दर्शन करते ही उनकी माता राजकुमारी देवी व पत्नी सुष्मिता ¨सह की आंखें भर आई। वे प्रतिमा देख फूट कर रो पड़ी। शहीद के पिता अशोक ¨सह भी स्वयं को नहीं रोक पाए। पूरा माहौल कुछ देर के लिए भावुक हो गया। वीरांगना ने कहा कि उनके पति का बलिदान बेकार नहीं जाएगा। वही पूरे समय गगन भेदी शहीद के जयकारे से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।