Move to Jagran APP

शुल्क वृद्धि के विरुद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के प्रबंधक

जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय द्वारा सत्र के मध्य में की गई शुल्क वृद्धि के विरुद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय प्रबंधक एसोसिएशन के बैनर तले प्रबंधकों ने जिलाधिकारी आवास के सामने प्रदर्शन करते हुए डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री और राज्यपाल को सात सूत्री मांग पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की। सौपे गए पत्रक में प्रबंधकों ने बताया है कि जनपद के समस्त महाविद्यालय पूर्व में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी से सम्बद्ध रहे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 11:17 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 11:17 PM (IST)
शुल्क वृद्धि के विरुद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के प्रबंधक
शुल्क वृद्धि के विरुद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के प्रबंधक

जागरण संवाददाता, बलिया : जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय द्वारा सत्र के मध्य में की गई शुल्क वृद्धि के विरुद्ध स्ववित्तपोषित महाविद्यालय प्रबंधक एसोसिएशन के बैनर तले प्रबंधकों ने जिलाधिकारी आवास के सामने प्रदर्शन करते हुए डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री और राज्यपाल को सात सूत्रीय मांग पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की। सौंपे गए पत्रक में प्रबंधकों ने बताया है कि जनपद के समस्त महाविद्यालय पूर्व में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी से सम्बद्ध रहे। राज्य विश्वविद्यालय नियमावली के तहत चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की स्थापना ने बाद राज्य सरकार द्वारा जनपद के महाविद्यालय चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में सम्मिलित किए गए। जिसके बाद प्रथम वर्ष की परीक्षा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ही हुई। परीक्षा सम्बन्धी जरूरी अभिलेख आज भी वाराणसी में ही है। उनका स्थानांतरण नहीं किया गया। चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कार्य परिषद औऱ परिनियमावली अबतक कुलाधिपति और राज्यपाल द्वारा स्वीकृत नहीं की गई। जिसके अनुसार जनपद के सभी महाविद्यालय आज भी वाराणसी के परिनियमावली से संचालित है। शुल्क वृद्धि का निर्णय स्वीकृत परिनियमावली के अंतर्गत ही किया जा सकता है। विश्वविद्यालय द्वारा सत्र के प्रारंभ में ही परीक्षा शुल्क 950 रुपये निर्धारित था। जिसमें प्रयोगात्मक और रोवर्स रेंजर्स शुल्क सम्मिलित है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा शुल्क के अतिरिक्त क्रीड़ा शुल्क 40 रुपये, रोवर्स रेंजर्स शुल्क 10 रुपये के साथ प्रयोगात्मक, पंजीकरण और नामांकन शुल्क के नाम पर 100- 100 रुपये और विलम्ब शुल्क 200 रुपये प्रति छात्र से वसूला जा रहा है। जिससे छात्रों पर 650 रुपये और बीएससी के छात्रों पर 750 रुपये अतिरिक्त शुल्क का बोझ बढ़ गया है। जबकि वर्तमान में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कोई शुल्क वृद्धि नहीं हुई है। कहा कि विद्यापीठ द्वारा पंजीकरण की तिथि 30 अक्टूबर तक बढ़ाई गई है, वहीं विलम्ब शुल्क वसूलने की नीयत से जनपद में पंजीकरण की तिथि अगस्त माह में ही समाप्त हो गई। इससे विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह जा रहे हैं। प्रबंधकों ने प्रवेश की अंतिम तिथि दीपावली के बाद तक बढ़ाने के साथ ही अतिरिक्त शुल्क वृद्धि को समाप्त करने की मांग की। इस दौरान अध्यक्ष शिवमंगल ¨सह, महामंत्री विश्राम यादव, टीएन मिश्रा, जावेद अनवर, सूर्यनाथ पांडेय, सुधीर पांडेय, अरबाज खान, अभय ¨सह, ज्योति चौहान, संजय ¨सह, मंटू ¨सह, इश्तियाक आदि मौजूद रहे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.