सफाई न होने से सड़कों पर बहता नालियों का गंदा पानी
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जागरण संवाददाता, बलिया: नगर स्वच्छ व सुंदर कैसे हो जब जिम्मेदार ही ऐसे हों। स्वच्छता अभियान यहां पूरी तरह से फेल है। इसका नमूना शहर के मुख्य चौराहा चित्तू पाण्डेय चौराहा का नाला है। यह नाला पूरी तरह से जाम रहता है। वहीं हर पल खतरे का दावत देता है। यहां की बजबजाती नालियां और कूड़े के ढेर साफ-सफाई के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है।
मुख्य चौराहे के इस नाले में कई नालियों का पानी आता है और इसी के माध्यम से पानी कटहल नाला होते हुए गंगा में चला जाता है। इसमें जमा कीचड़ और सड़ांध से मोहल्लावासी आजिज आ चुके हैं। नगर पालिका के कर्मचारी केवल अपना कोरम पूरा करते हैं। बरसात ने तो नगर पालिका की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। जनता मार्केट, बिशुनीपर मार्ग की तरफ से कई मकानों का पानी नालियों के माध्यम से इस नाले में आता है। इसमें पूरी तरह से सिल्ट जमा हो गया है। कीचड़ युक्त जलजमाव ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
इधर-उधर फैला कचरा सफाई का सच बताने के लिए पर्याप्त हैं। यहां की स्थिति देखने के बाद स्पष्ट हो जाता है कि गंदगी व सड़ांघ को लेकर नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह असंवेदनशील हो चुका है। चोक पड़ी नालियां नपा प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। साल-दर-साल नासूर बनती इस समस्या के प्रति जिम्मेदारों की उपेक्षा स्थानीय लोगों को खल रहा है। लोगों ने बताया कि नालियों की सफाई करने के लिए सफाईकर्मियों का दर्शन तक नहीं होता है।
वर्जन
-ये नालियां पूरी तरह चोक ले ली हैं। मंदिर के पीछे की गली की नालियां भी क्षतिग्रस्त हैं। गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर आ जाता है। बावजूद कुछ नहीं हो रहा है।
-चितरंजन मिश्र
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-नगर पालिका कर्मचारियों की मनमानी की वजह लोगों को काफी कठिनाई झेलनी पड़ती है। थोड़ी सी बारिश होने पर नालियों का पानी सड़क पर आ जाता है। इस गंदगी से जीना मुश्किल हो गया है। बदबू की वजह से नाक देना तक मुश्किल है।
-पंकज पाण्डेय
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- नालियों की सफाई न होने से दिक्कत बढ़ जाती है। नालियों में तैरता कचरा इस बात का प्रमाण है। नालियां पूरी तरह जाम हो चुकी हैं। बारिश के बाद हालात और बदतर हो जाता है।
-नंद लाल
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-बारिश ने वैसे ही नगर पालिका की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। नालियों का पानी सड़क पर फैलता है। नपा कर्मी कुछ भी कर लो सुनने वाले नहीं हैं। भूल कर भी यहां की सफाई नहीं की जाती। यहां की स्थिति वर्षों से ऐसे ही है।
-रजनीश
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-हालात बद से बदतर होती जा रही है। बारिश के बाद तो स्थिति और दयनीय हो गई है। नालियां बजबजा रही हैं, उसकी दुर्गंध से नाक देना मुश्किल है फिर भी जिम्मेदार मौन हैं। ऐसे में शिकायत करने से क्या लाभ।
-गीता देवी
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-हालत ऐसी है कि नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगता है। प्लास्टिक की थैलियों व कूड़ा-कचरा से नालियां पटी पड़ी हैं। सफाई न होने से इस क्षेत्र में रहने वाले नरकीय जिदगी जी रहे है।
-शंभू यादव
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