कलयुग में भगवत नाम स्मरण से ही मोक्ष प्राप्ति संभव
जासं, सुखपुरा (बलिया) : जाना वहीं चाहिए जहां आपको सम्मान मिले, तनिक भी आशंका हो कि जाने पर सम्मान नह
जासं, सुखपुरा (बलिया) : जाना वहीं चाहिए जहां आपको सम्मान मिले, तनिक भी आशंका हो कि जाने पर सम्मान नहीं मिलेगा तो वहां कतई नहीं जाना चाहिए। यह बातें अयोध्या से पधारी कथा वाचिका साधना जी ने कहीं। वे बुढ़वा शिवजी मंदिर परिसर में आयोजित रुद्र महायज्ञ के दूसरे दिन शुक्रवार की शाम श्रद्धालुओं को श्रीमछ्वागवत कथा सुना रही थीं। कहा कि आप कहीं जाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वहां जाने पर आपका, आपके इष्ट-मित्रों एवं आपके गुरु का सम्मान हो तभी आपको वहां जाने का विचार करना चाहिए। साधना जी ने श्रद्धालुओं को पूर्ण मनोयोग से भगवान का प्रतिदिन बिना किसी स्वार्थ के स्मरण करने पर बल देते हुए कहा कि कलयुग में भगवत नाम का स्मरण ही मोक्ष प्राप्ति का एक सरल उपाय है। आप सब पारिवारिक एवं सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए 24 घंटे में कुछ पल ही सही भगवत नाम के स्मरण के लिए निकालिए। निश्चित रूप से आपका कल्याण होगा। इस मौके पर वाणिज्य कर के संयुक्त निदेशक विजय पाल सिंह, डा.गिरीन्द्र सिंह, अवधेश सिंह, वशिष्ठ सिंह, रवीन्द्र नाथ उपाध्याय, आशुतोष उपाध्याय, गोलू उपाध्याय आदि मौजूद थे।