सड़क बनी जानलेवा, आवागमन बाधित, राहगीर परेशान
जागरण संवाददाता, बेरुआरबारी (बलिया) : सरकार एक तरफ गड्ढा मुक्त सड़क की बात करती ह
जागरण संवाददाता, बेरुआरबारी (बलिया) : सरकार एक तरफ गड्ढा मुक्त सड़क की बात करती है, वहीं दूसरे तरफ स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के वर्षों पूर्व टूटी दर्जनों सड़कों का अब तक कायाकल्प तक नहीं हुआ। ऐसे में क्षेत्र की अधिकतर सड़कें जहां जानलेवा बनी हुई हैं, वहीं राहगीर ग्रामीण व राहगीर परेशान हैं। हर दिन जर्जर इन सड़कों पर दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें लोग घायल हो रहे हैं।
ऐसा भी नहीं है कि इन सड़कों पर प्रशासन की नजर नहीं है, लेकिन न जाने किन कारणों से आज तक इन सड़कों पर मरम्मत कार्य नहीं किया गया। इसके चलते क्षेत्र के लोग गड्ढायुक्त सड़क पर चलने को मजबूर हैं। बंसतपुर-शिवपुर मिड्ढा मार्ग, बसंतपुर-अपायल-सुखपुरा मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है। इन मार्गों से आए दिन गुजरने वाले राहगीरों, वाहन चालकों व छात्र-छात्राओं को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता हैं। गांव व क्षेत्र के लोगों की बार-बार शिकायत के बाद भी इन सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई, जिससे उनमें आक्रोश व्याप्त है। अपायल निवासी कमलेश ¨सह बताते हैं कि सड़क के गड्ढों से मुक्ति के लिए विगत सात वर्षों से दर्जनों बार शिकायतें की गईं, लेकिन हर-बार आश्वासन ही मिला। अब तो बलिया आने जाने वाले लोगों को बसंतपुर या तो सुखपुरा लगभग एक किलोमीटर तक टेंपो आदि वाहन पकड़ने के लिए पैदल जाना पड़ता है। देल्हुआ निवासी अभय ¨सह ने बताया कि इस मार्ग से लोगों बलिया, सुखपुरा सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है। बलिया आने जाने का एक मात्र काफी सुलभ रास्ता भी यही है, लेकिन न जाने किन कारणों से इस मार्ग पर वर्षों से मरम्मत कार्य नहीं किया गया। मीरा देवी व शिवपुर निवासी सूरज कुमार कहते हैं कि प्रदेश में सरकार किसी की बने लगता है सुधार संभव नहीं है। लोग अच्छी सड़क पर चलने के लिए टैक्स देते हैं, बावजूद इसके उनको जानलेवा सड़कों पर ही चलना है। अगर यही हाल रहा तो वह दिन भी दूर नहीं जब मजबूरन जनता को सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।