नदियों ने तेवर तल्ख, बढ़ी बाढ़ की आशंका
जागरण संवाददाता, बलिया : चार दिन की नरमी के बाद गंगा और घाघरा दोनों नदियों के तेवर तल्
जागरण संवाददाता, बलिया : चार दिन की नरमी के बाद गंगा और घाघरा दोनों नदियों के तेवर तल्ख हो गए हैं। उधर जल स्तर में बढ़ाव को लेकर लोग बाढ़ की आशंका जताने लगे हैं। वहीं जिले के कई नालों में पानी आने के चलते बाहर से घिर चुके हैं। किसानों की फसलें भी डूबने लगी हैं। रेवती के टीएस बंधे पर दबाव कम होने के बजाय और बढ़ता ही जा रहा है। बैरिया तहसील क्षेत्र में गंगा व घाघरा नदियों के संभावित बाढ़ के मद्देनजर कुल 16 बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। मझौंवा में केहरपुर के चौबे छपरा में ज्यादा खतरा है। उधर घाघरा के तट पर चांददियर और अठगांवा में भी लगातार खतरा मंडराता नजर आ रहा है। चांददियर नाले में पानी आने से किसानों के परवल के खेत डूबने लगे हैं। किसान तैर कर अपने खेतों में पहुंच रहे हैं। बेल्थरारोड इलाके में बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ने लगा है। चौनपुर गुलौरा के कब्रिस्तान की ओर घाघरा की धारा पहुंचने लगी है। क्षेत्र के कई गांव के रिहायशी इलाकों की तरफ नदी का पानी बढ़ने लगा है। वहीं हाहानाला, तुर्तीपार व हल्दीरामपुर रेगुलेटर के फाटकों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। इसके साथ ही चौनपुर गुलौरा-मठिया शिवमंदिर, सहियां, हल्दीरामपुर क्षेत्रों में अभी कटान जारी है। --बीएसटी बांध से भी नहीं टला खतरा
जयप्रकाशनगर जाने वाले बीएसटी बांध को बचाने के लिए तीन सेक्टर में बांट कर लगभग 23 करोड़ की लागत से कटानरोधी कार्य होने के बाद उस स्थान पर तो बांध को कोई खतरा नहीं हैं ¨कतु कार्य स्थल से 100 मीटर की ही दूरी के बाद घाघरा नदी चांददियर के किसानों के जमीन को तेजी से कटा रही है। हालात यही रहे तो घाघरा इस 23 करोड़ के कार्य पर भी पानी फेर देगी।
--तहसीलदार ने किया भ्रमण
सहतवार : घाघरा के पानी के बढाव को देखते हुए बांसडीह तहसीलदार शिवसागरदुबे ने घाघरा के पानी से घिरे गांव दियरा भागर, चकविलियन, कोलकला, बिन्द बस्ती, चितविसांव कला आदि का स्थलीय निरीक्षण किया।