अग्निकांड में आठ परिवारों की 14 झोपड़ियां राख, लाखों की क्षति
गर्मी शुरु होते ही अगलगी की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। हार रोज आगजनी से लाखों का नुकसान हो रहा है। कहीं मुकम्मल इंतजाम के अभाव में आग पर काबू पाना संभव नहीं हो पा रहा है
जागरण संवाददाता, बलिया: शनिवार की देर रात तथा रविवार को अग्निकंाड की चार अलग-अलग घटनाओं में एक दर्जन से अधिक रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गईं, वहीं एक व्यक्ति झुलस गया। लाखों की क्षति होने का अनुमान है। कई परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं।
एक व्यक्ति झुलसा
इंदरपुर : क्षेत्र के ग्राम पंचायत पांडेयपुर (चौबेपुर) निवासी जीऊत शर्मा के घर रविवार को अज्ञात कारणों से लगी आग में जहां एक रिहायशी झोपड़ी जलकर राख हो गयी। आग बुझाने के प्रयास में रजनीश शर्मा का पैर पूरी तरह झ़ुलस गया। मौके पर पहुंचे लोगों ने किसी तरह आग पर काबू पाया और झुलसे व्यक्ति को नजदीकी चिकित्सालय पहुंचाया जहां इलाज चल रहा है।
रेवती : क्षेत्र के भिसिया गांव के राजभर बस्ती में रविवार को लगी आग में आधा दर्जन परिवारों की डेढ़ दर्जन रिहायशी झोपड़ियां जल गईं। उसमें रखा गृहस्थी का सामान जलकर नष्ट हो गया। मुन्ना राजभर की झोपड़ी से अचानक आग की लपटें निकलनी शुरू हो गईं। इसने आस-पास स्थित झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया। इस घटना में मुन्ना राजभर, रामायण, अनिल, सुनील, नंद कुमार, विजय कुमार राजभर की रिहायशी झोपड़ियां व उसमें रखा गृहस्थी का सारा सामान जल कर नष्ट हो गया।
दुबहड़: क्षेत्र के अखार (नगवा ढाला) स्थित एक प्राइवेट क्लीनिक में शनिवार की देर शाम आग लग गई। इससे उसमें रखी लाखों की दवाईयां व फर्नीचर पूरी तरह से नष्ट हो गइँ। डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का चिकित्सालय अखार ढाला पर है। जब तक लोग पहुंचते उसमें रखा सारा सामान जल चुका था।
पूर : पकडी थाना क्षेत्र के ग्राम उससा में शनिवार की रात गुड्डू राजभर की रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई। इससे उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया। झोपड़ी से धुआं उठते देख पहुंचे लोगों ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। घटना के बाद परिवार के सामने भोजन की समस्या पैदा हो गई है।