मीटर रिडिग के नाम पर धन उगाही
क्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्दक्त्रड्डद्बह्यद्ग द्वश्रठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लद्धद्ग ठ्ठड्डद्वद्ग श्रद्घ द्वद्गह्लद्गह्म ह्मद्गड्डस्त्रद्बठ्ठद्द
जासं, चिलकहर (बलिया) : क्षेत्र के हजौली, रघुनाथपुर, बसनवार, भदपा, पचहुंआ समेत कई गांवों में मीटर रीडिग के नाम पर काफी मनमानी की जा रही है। विभागीय मीटर का बिल बढ़ाकर दे रहे हैं। इससे लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों को आरोप है कि मीटर रीडर इसके एवज में पैसे की मांग कर रहे हैं। पैसा न देने वालों को काफी कम आ रहा है वहीं लोगों को काफी बढ़ा-चढ़ा कर बिजली का बिल भेजा जा रहा है। जुगाड़ वालों का जहां प्रति माह 700 रुपये बिल आ रहा है तो वहीं दूसरे लोगों को 3600 रुपये की बिल भेजी जा रही है। उपभोक्ताओं ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इसकी जांच कराने की मांग की है।