अनवरत बारिश से जन-जीवन बेहाल, दैनिक मजदूरों की रोजी-रोटी के लाले
जागरण संवाददाता, बलिया : जनपद में तीन-चार दिनों से अनवरत हो रही बारिश ग्रामीण क्षेत्र के कुछ हिस्स
जागरण संवाददाता, बलिया : जनपद में तीन-चार दिनों से अनवरत हो रही बारिश ग्रामीण क्षेत्र के कुछ हिस्सों में धान फसल के लिए सौगात बनकर आयी है। वहीं कई जगह फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। बाढ़ प्रभावित इलाके में तो यह आफत की बूंद पीड़तिों पर और कहर बरपा रही है। जहां-तहां सड़क पर खुले आसमान में अपना ठिकाना बनाकर दिन काट रहे बाढ़ पीड़ति मानों काल के गाल में बैठे हैं। दैनिक मजदूरों की रोजी-रोटी प्रभावित करने के साथ ही यह बरसात गड्ढा मुक्त सड़कों की पोल खोल कर रख दी है। यही नहीं कई जगहों पर कचरे के ढेर से निकलता दुर्गंध स्वच्छता अभियान की कहानी स्वयं बयां कर रहा है।
रसड़ा : क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से बारिश होने से जहां पूरा जन-जीवन अस्त व्यस्त होकर रह गया है वहीं टोंस नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का पानी बढ़ने से खलबली मच गई है। कई क्षेत्रों में खेतों में पानी जमाव के कारण धान की फसल भी नष्ट हो चुकी है। वैसे जहां खेतों में पानी का जमाव नहीं है धान की फसलें को काफी राहत मिल रही है। बारिश की यही रफ्तार रही तो क्षेत्र में कच्चे मकानों के गिरने तथा टोंस नदी के बढ़ने का खतरा पैदा हो जाएगा। इंदरपुर प्रतिनिधि के अनुसार लगातार बारिश से जहां किसान खुशहाल दिख रहे हैं वहीं आम जन जीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है। बारिश के बीच सलेमपुर, जाम व कड़सर विद्युत उपकेन्द्रों से सप्लाई बंद होने से लोगों में काफी आक्रोश है।
बैरिया : पिछले चार दिनों से अनवर हो रही बरसात से गरीबों के चूल्हे ठंडे पड़ने लगे हैं क्योंकि ये लोग रोज कमाने-खाने वाले हैं। मौसम की बेरुखी के कारण ये लोग घर बैठे हुए हैं। फलस्वरूप उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस बरसात ने धान की फसल को छोड़कर बाकी सभी फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। मक्के के खेतों में बरसात का पानी लगने के कारण मक्के की फसल पीली पड़ने लगी हैं। वहीं सब्जियों की फसलों पर इस बरसात का प्रतिकूल असर पड़ा है। जल जमाव व कीचड़ के कारण गावों, कस्बों, बाजारों की स्थिति नारकीय हो गई है।
बारिश से बाढ़ पीड़तिों को काफी असुविधा हो रही है। सड़क पर छोटे से तिरपाल में शरण लेकर किसी तरह समय गुजारने को मजबूर ये बाढ़ पीड़ति क्या करें, इनके समझ में नहीं आ रहा है। आम जन से लेकर जीव-जंतु, पशु-पक्षी काफी परेशान हैं।
काजीपुर : लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। क्षेत्र के दियारे में घाघरा नदी के जलस्तर में पुन: वृद्धि होने से लोगों के समक्ष मवेशियों को खिलाने के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। चारों तरफ पानी भर जाने के कारण सभी के सामने पशुओं को खिलाने के लिए चारे की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।