जल संरक्षण के लिए बाग में बना दिया तालाब
जागरण संवाददाता, बांसडीह (बलिया) : आज के परिवेश में जहां लोग तालाबों में मिट्टी डाल कर भ
जागरण संवाददाता, बांसडीह (बलिया) : आज के परिवेश में जहां लोग तालाबों में मिट्टी डाल कर भरने का काम कर रहे हैं, वहीं बांसडीह के हालपुर निवासी सेवानिवृत अध्यापक श्रीभगवान ¨सह ने अपने बाग के बीच में ही जल संचयन के लिए तालाब खोदवा दिया। यह तालाब वर्ष भर पानी से लबालब भरा रहता है। अगर पानी कम होने लगे तो अपने ट्यूबवेल से ही तालाब को पानी से भर देते हैं। इस तालाब के चारों तरफ पेड़-पौधे होने से दिन भर लोगों के आने-जाने का दौर जारी रहता है।
श्री ¨सह का कहना है कि पानी के लिए घर-घर हैंडपंप, मोटर आदि लगा है, ज्यादातर लोग घर में पीने के पानी के अलावा दैनिक काम बर्तन, कपड़े धोने से लेकर पशुओं को पानी पिलाने, नहलाने का काम हैंडपंपों से कर रहे हैं। पशुओं को नहलाने आदि काम में रोजाना काफी पानी की आवश्यकता होती है। हैंडपंप द्वारा हम जमीन के अंदर के पानी का दोहन करते हैं, जिससे लगातार भूगर्भ जलस्तर गिरता जा रहा है। अगर इसी तरह भूगर्भ जलस्तर गिरता रहा तो एक दिन धरती की कोख में पानी नहीं बचेगा। इससे आने वाली पीढि़यों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा। इसके लिए सभी को भूगर्भ जल का कम से कम प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए लोगों को गांव में ज्यादा से ज्यादा तालाब बनवाने चाहिए। इन तालाबों के कई फायदे हैं। एक तो जब बारिश होती है तो उसका पानी बेकार नहीं बहता। बारिश का पानी इन तालाबों में एकत्र हो जाता है। बारिश के पानी से भरे इन तालाबों में अगर हम अपने पशुओं को नहलाएंगे तो काफी हद तक भूगर्भ जल स्तर को बचा सकते हैं।