जाम के झाम में फंस कर कराह रही जनता
जासं, नगरा (बलिया) : बाजार में आए दिन लग रहे भीषण जाम के झाम में फंस कर जनता कराह रही है। बाजार में सड़क की पटरियों पर हुए अतिक्रमण ने जाम की आग में घी का काम कर रहा है।
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : बाजार में आए दिन लग रहे भीषण जाम के झाम में फंस कर जनता कराह रही है। बाजार में सड़क की पटरियों पर हुए अतिक्रमण ने जाम की आग में घी का काम कर रहा है। आलम यह है कि यदि एक बार जाम लग जाता है तो घंटों बाद ही समाप्त होता है। यह स्थिति दिन में कई बार उत्पन्न होती है। बाजार की हर सड़कों पर अतिक्रमण का ही बोल बाला है। कहने को तो नगरा सिकंदरपुर की सड़क का चौड़ीकरण हुआ है ¨कतु दुकानदारों ने सड़क की सीमा में ही दुकानें सजा ली हैं। जाम के दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। चाहे वह सिकंदरपुर रोड हो या रसड़ा मार्ग, भीमपुरा मार्ग हो या बिल्थरा मार्ग सब पर अतिक्रमण का ही बोलबाला है। रसड़ा मार्ग पर तो सड़क पर ही सब्जी मंडी लग गई है। सड़कों पर ठेले खोमचे वालों ने भी कब्जा जमा लिया है। रोज रोज लग रहे जाम व अतिक्रमण ने बाजार की सूरत ही बिगाड़ कर रख दिया है। आश्चर्य तो यह है कि अतिक्रमण व जाम से निजात दिलाने हेतु न तो पुलिस ही प्रयास करती है न ही अधिकारी ही संवेदनशील है। समाजसेवी विजयशंकर यादव का कहना है हर दिन लग रहे जाम से लोगों को परेशानी हो रही है। प्रशासन को चाहिए कि जाम पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए। जयप्रकाश यादव का कहना है अतिक्रमण की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। पुलिस को अतिक्रमणकारियों के प्रति कड़ा कदम उठाना चाहिए। शिक्षक रामकृष्ण मौर्य कहते हैं कि बाजार में अतिक्रमण की समस्या जटिल होती जा रही है। कभी कभी तो बाजार से निकलने में घंटों लग जाता है।