ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल
महानगरों से घर वापसी करने वाले प्रवासी मजदूरों से ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है। एक तरफ जिला प्रशासन गांव स्तर पर निगरानी समितियां गठित कर प्रधान आशा बहू रोजगार सेवक और ग्राम पंचायत सचिव की देखरेख में
जासं, पूर (बलिया): महानगरों से घर वापसी करने वाले प्रवासी मजदूरों से ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है। एक तरफ जिला प्रशासन गांव स्तर पर निगरानी समितियां गठित कर प्रधान, आशा बहू, रोजगार सेवक और ग्राम पंचायत सचिव की देखरेख में प्रावसियों को क्वारंटाइन कराने का दावा कर रहा है वहीं पंदह ब्लॉक के किसी भी ग्राम पंचायत में न तो समिति नजर आ रही है और न हीं कोई व्यवस्था दिख रही है। यहां तक कि गांवों की साफ सफाई तक भगवान भरोसे ही है। यही नहीं अपने स्तर से क्वारंटाइन कर रहे लोगों की कोई खोज खबर लेने वाला नहीं हैं और न हीं इनकों मास्क, सैनिटाइजर या साबुन उपलब्ध कराया गया है। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इसके अलावा कुछ इलाकों में प्रवासी भी अपनी जिम्मेदारी का ठीक ढंग से निर्बहन नहीं कर रहे हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि यदि तत्काल इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति काफी विस्फोटक हो सकती है।