चित्रकला कार्यशाला में प्रशिक्षुओं की जुटान
राज्य ललित कला अकादमी उप्र लखनऊ की ओर से राजकीय इण्टर कालेज बलिया के सभागार में आयोजित चित्रकला कार्यशाला में लैण्डस्केप पेंटिग के बारे में बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। संयोजक डॉ.इ़फ्तेखार खान ने लैण्डस्केप पेंटिग में परिप्रेक्ष्य (पर्सपेक्टिव) के सिद्धांत को प्रशिक्षुओं को बताया।
जासं, बलिया : राज्य ललित कला अकादमी उप्र लखनऊ की ओर से राजकीय इंटर कालेज बलिया के सभागार में आयोजित चित्रकला कार्यशाला में लैंडस्केप पेंटिग के बारे में बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। संयोजक डॉ.इ़फतेखार खान ने लैंडस्केप पेंटिग में परिप्रेक्ष्य (पर्सपेक्टिव) के सिद्धांत को प्रशिक्षुओं को बताया। कहा कि यदि कोई वस्तु निकट होती है तो वह बड़ी और दूर होने पर छोटी व धुंधली दिखाई देती है। झोपड़ी, पर्वतों की श्रेणियां (एक के पीछे एक पर्वत), नदी, झरने आदि के साथ ही स्टील लाइफ में चौकोर वस्तु बनाने में पर्सपेक्टिव की अहम भूमिका होती है। इसका ज्ञान हर चित्रकार को होना आवश्यक होता है। आयल कलर में नुरुल ह़क व वाटर कलर में नौसाद अहमद अंसारी, हरिशंकर प्रसाद, वैष्णवी मिश्र व गुलनाज परवीन ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में राजश्री, अनन्या, साक्षी उपाध्याय, विनीत, पूजा, शाइस्ता, सैफ खान, अनस, ऋषवराज, रचित आदि थे।
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