शिक्षा से ही विश्वकर्मा समाज का समग्र विकास संभव
जासं रसड़ा (बलिया) जब-तक शैक्षिक व आर्थिक स्थिति सु²ढ़ नहीं होगा तब तक विश्वकर्मा समाज का समग्र विकास संभव नहीं होगा। साथ ही हमें संगठित भी होना होगा तभी हम अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर उसे हासिल कर सकेंगे।
जासं, रसड़ा (बलिया) : जब-तक शैक्षिक व आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होगा तब तक विश्वकर्मा समाज का समग्र विकास संभव नहीं। साथ ही हमें संगठित भी होना होगा तभी हम अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर उसे हासिल कर सकेंगे। श्रीनाथ मठ परिसर में स्थित श्रीविश्वकर्मा मंदिर प्रांगण में मंगलवार को लखनेश्वर विश्वकर्मा सेवा समिति, रसड़ा द्वारा आयोजित स्वजातीय महासम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य मिठाईलाल शर्मा ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि समाज का युवा वर्ग इसके लिए आगे आए तब लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने संत महात्माओं के आदर्शों को अपना कर एक नए समाज की संरचना करनी होगी। कार्यक्रम अध्यक्ष हरेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि हमें संतों के आदर्शों को ग्रहण करन चाहिए ताकि समाज से अनीति का अंत हो और एक सुखद समाज की संरचना हो सके। कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रधानाचार्य मिठाईलाल शर्मा द्वारा संकलित गणित प्रदीप सूत्र किताब का विमोचन भी किया गया।
विश्वकर्मा मंदिर के तीसरे स्थापना दिवस पर समाज के स्वाजातीय बंधु पूर्व ग्राम प्रधान रामजी शर्मा सहित रामभूवन शर्मा, राजेंद्र शर्मा, कमलेश शर्मा, राजू शर्मा तथा भुवनेंश्वर शर्मा को लखनेश्वर विश्वकर्मा सेवा समिति के अध्यक्ष दीनदयाल ने अंगवस्त्रम् एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर राजेश विश्वकर्मा, रामअतवार, सत्येंद्र, विनोद कुमार शर्मा, मुनीलाल, सीताराम तथा कपिल मुनी आदि मौजूद थे। अध्यक्षता हरेंद्र विश्वकर्मा व संचालन गुलाबचंद्र शर्मा ने किया।