..एक साल के बजट के बराबर तो दरोगा जी अकेले लेते घूस
-बलिया संग गोरखपुर-फिरोजाबाद-प्रयागराज के कवियों ने बांधा समां -राष्ट्र देवता का पूजा करना अगर अपराध है तो मैं भी अपराधी हूं.. जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): ससना बहादुरपुर गांव स्थित एमएमडी पब्लिक स्कूल पर शनिवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का वृहद आयोजन किया गया। जहां बलिया समेत गोरखपुर, फिरोजाबाद, प्रयागराज, मध्यप्रदेश, सिद्धार्थनगर व शाहंजहांपुर के विख्यात कवियों ने समां बांध दिया। कवि सम्मेलन का शुभारम्भ राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर
जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): ससना बहादुरपुर गांव स्थित एमएमडी पब्लिक स्कूल पर शनिवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का वृहद आयोजन किया गया। जहां बलिया समेत गोरखपुर, फिरोजाबाद, प्रयागराज, मध्यप्रदेश, सिद्धार्थनगर व शाहंजहांपुर के विख्यात कवियों ने समां बांध दिया।
प्रयागराज के हास्यरस कवि बिहारी लाल अंबर ने ¨मटू पर कमेंट कर लोगों को लोटपोट कर दिया। कहा उसका यहां पर कोई भी सम्मान नहीं है-जिसको बड़ों के आदर का ज्ञान नहीं है, मंदिर की मूर्तियों से दुआ मांगने वालों-मां-बाप से बढ़कर कोई भगवान नहीं है.., गिर गए दांत तो मसूड़ों का क्या होगा, स्वच्छ अभियान में कूड़ों का हाल क्या होगा-सुना है गांव में कैटरीना आने वाली है तो आसपास के बुढ़ों का हाल क्या होगा.. के बाद ज्यों ही बिहारी लाल ने पाकिस्तान पर कमेंट करते हुए कहा जितनी आबादी है तुम्हारी वहां पाक की, उतनी हमारे यहां घास फूस मिलते है, जितना है बम और गोला तेरे पास रखा-उतना यहां बच्चे कारतूस लेते है-जितना है खून तेरी जनता में है भरा हुआ-उतना तो मेरे यहां मच्छर चूस लेते है और जितना है साल का बजट तेरे पास सुन, उतना तो दरोगा जी यहां अकेले घूस लेते हैं.. सुनते ही पूरा समारोह स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अलावा डा. ज्ञानेंद्र द्विवेदी, आचार्य पं. रामाधार, गाजीपुर के अनंद देव पांडेय, एनटी खान अक्स वारसी, सुभाषचंद्र यादव, चंद्रभान, नंदजी नंदा, ब्रजेश ¨सह आदि कवियों ने भी अपने काव्यपाठ से समां बांधे रखा। कवि सम्मेलन का शुभारम्भ राज्यसभा सांसद सकलदीप राजभर, स्कूल चेयरमैन प्रतीकराज ¨सह संग विख्यात कवि व पूर्व सांसद ओमपाल ¨सह निडर व अशोक श्वान ने संयुक्त रुप से दीप जलाकर किया। इस दौरान सलेमपुर सांसद र¨वद्र कुशवाहा, भाजपा नेता भरत ¨सह, सीयर ब्लाक प्रमुख विनय प्रकाश अंचल, रविशंकर ¨सह पिक्कू, बबन यादव, झारखंडेय ¨सह, जेआर मिश्र, राजन ¨सह, अशोक ¨सह, मुक्तेश्वर ¨सह चुन्नू, ग्रेसी जॉन, सतीश दुबे आदि मौजूद थे। संचालन डा. ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने किया।