अपने-अपने टेबल पर काम निबटाते मिले अधिकारी व कर्मचारी
शासन के निर्देश है कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में हर दिन जनता की समस्याओं को सुने। इस निर्देश के अनुपालन में कुछ अधिकारी समय के अनुसार अपने आफिस में पहुंचने लगे हैं, वहीं कुछ की लापरवाही अभी भी बेहिसाब ही चल रही है। इसमें नगर मजिसट्रेट कार्यालय का नाम पहले लिया जाता है। कर्मचारी आए या न आए यहां नगर मजिस्ट्रेट डा. विश्राम समय से जनता की पुरियाद सुनते है। जनपद के कोने-कोने से अपनी परेशानियों को लेकर पहुंचे फरियादी लेकर पहुंचे फरियादी समय से काम करा कर अपने घर भी लौट जाते है और बाकी कार्यालयों में लोग सुबह से शाम तक चक्कर लगाते रहते है। बुधवार को जब जागरण की टीम जब नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंची तो नजारा कुछ अलग ही था।
जागरण संवाददाता, बलिया: शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में हर दिन जनता की समस्याओं को सुनें। इस निर्देश के अनुपालन में कुछ अधिकारी तो समय से अपने आफिस में पहुंचने लगे हैं, लेकिन कुछ की लापरवाही अभी भी बेहिसाब चल रही है। बहरहाल, कलेक्ट्रेट स्थित नगर मजिस्ट्रेट के यहां फरियादियों का रूझान इस समय ज्यादा दिख रहा है। वजह कि कर्मचारी आए या न आए, नगर मजिस्ट्रेट डा. विश्राम समय से कार्यालय में उपस्थित रह जनता की समस्याओं के निराकरण में रूचि भी लेते हैं। इस तरह कुछ कार्यालयों को छोड़ दिया जाए तो अधिसंख्य कार्यालयों में स्थिति अभी भी ठीक नहीं है। बुधवार को जागरण की टीम जब नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंची तो नजारा कुछ अलग ही था।
सीन एक--10:15 बजे सुबह
नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय में डा. विश्राम यादव अपने कार्यालय में मौजूद थे।। कार्यालय की जरुरी फाइलों का निस्तारण कर रहे थे। साथ ही कमियों को भी जरूरी निर्देश भी दे रहे थे।
सीन--दो--10:18 बजे
नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक आईजीआरएस शिकायतों से सम्बन्धित अहम जिम्मेदारी संभाल रहे अभयचंद्र सिन्हा कार्य करते मिले। फाइलों में रिपोर्ट लगाकर संबंधित विभाग को भेज रहे थे।
सीन--तीन--10:20 बजे
नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय में अपने टेबल पर कनिष्ठ लिपिक प्रमोद कुमार श्रीरस्मी कम्प्यूटर पर कार्य कर रहे थे। आईजीआरएस की शिकायतों को निस्तारण के लिए संबंधित विभाग को भेज रहे थे।
सीन-चार--10:25 बजे
कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारी वंशरोपण पांडेय अपने टेबल पर फाइलों का निस्तारण कर रहे थे। अपने सहयोगियों के माध्यम से फाइलों की में जरुरी रिपोर्ट लगा रहे थे। कलेक्ट्रेट कार्यालय में अन्य कर्मियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित करा रहे थे।