अब बलिया तक आएगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, मिला सुकून
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया तक ले जाने की बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कही है। इससे जनपद वासियों में एक बार फिर फोरलेन की आस जग गई है। मुख्यमंत्री के भाषण का वह हिस्सा, जिसमें एक्सप्रेस वे को बलिया तक ले जाने की बात की गई है, जिले भर में सोशल मीडिया पर चलता रहा। उसमें सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बलिया तक जोड़ने के लिए सर्वे कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, बलिया : सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया तक ले जाने की घोषणा की। इससे जनपद वासियों में एक बार फिर फोरलेन की आस जग गई है। मुख्यमंत्री के भाषण का वह हिस्सा जिसमें एक्सप्रेस वे को बलिया तक ले जाने की बात की गई है, जिले भर में सोशल मीडिया पर दिनभर चलता रहा। अपनी घोषणा में सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बलिया तक जोड़ने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। इसे बलिया तक जोड़ा जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया तक ले जाने की मांग हमेशा से हो रही है। विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के मंत्री, सांसद, विधायक भी यह मांग करते रहे हैं। इसको लेकर जमकर राजनीति भी होती रही। भाजपा सरकार सपा सरकार के मुकाबले कम धनराशि में इस एक्सप्रेस-वे को बनवाने का दावा भी कर रही है।
इस घोषणा के बाद जनपद के भाजपा सांसद भरत ¨सह, मंत्री उपेंद्र तिवारी, बैरिया विधायक सुरेंद्र ¨सह, नगर विधायक आनंद स्वरुप शुक्ल, सिकंदरपुर विधायक संजय यादव, बेल्थरारोड विधायक धनन्जय कन्नौजिया, भाजपा के ही साकेत ¨सह सोनू सहित भाजपा के तमाम पदाधिकारियों को भी अब सुकून मिलेगा। वजह कि इससे पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर तक था। इस परियोजना की आधारशिला स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजगमढ़ में रखी थी। तब बलिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे नहीं आने की बात पर जनपद के जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठ रहे थे। अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सभी को राहत मिलेगी। इससे जनता में भी खुशी की लहर है।
बलिया को मिलेंगे रोजगार के अवसर : सांसद
इस घोषणा के बाद सांसद भरत ¨सह से बात करने पर उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया तक लाने में जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों का संयुक्त रूप से प्रयास जारी था। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से समय की बचत, ईंधन की बचत, दुर्घटनाओं में कमी के साथ-साथ कई तरह के अन्य लाभ भी जनपद वासियों को होंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से पहले लखनऊ, गाजीपुर, अमेठी, आजमगढ़, फैजाबाद, बाराबंकी, मऊ अम्बेडकरनगर और सुल्तानपुर सहित कुल नौ जिले जुड़ रहे थे, अब बलिया को लेकर कुल दस जिले जुड़ेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री विशेष बधाई के पात्र हैं। कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 500 मीटर पर वर्षा जल संचयन के लिए निर्माण कराने का भी प्राविधान है। निर्माण के दौरान इसमें 120 पुल भी बनने हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा।