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यूं ही नहीं निरस्त हुआ कटानरोधी कार्यो का टेंडर

गंगापार नौरंगा व सरयू नदी के डूहा बिहरा कथौड़ा में होने वाले कटानरोधी कार्य का टेंडर यूं ही नहीं निरस्त हो गया। इस टेंडर में विभागीय खामियों और मनमानी के कई राज दफन हैं। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि जब विभाग के अधिकारियों के अंदर की कारगुजारी बाहर आने लगी तो इस टेंडर को निरस्त कर दिया। अब उसी परियोजना पर विभाग री-टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने की कवायद में जुटा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 06:41 PM (IST)Updated: Tue, 05 May 2020 06:09 AM (IST)
यूं ही नहीं निरस्त हुआ कटानरोधी कार्यो का टेंडर
यूं ही नहीं निरस्त हुआ कटानरोधी कार्यो का टेंडर

जागरण संवाददाता, बलिया : गंगा पार नौरंगा व सरयू नदी के डूहा बिहरा, कथौड़ा में होने वाले कटानरोधी कार्य का टेंडर यूं ही नहीं निरस्त हो गया। इस टेंडर में विभागीय खामियों और मनमानी के कई राज दफन हैं। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि जब विभाग के अधिकारियों के अंदर की कारगुजारी बाहर आने लगी तो इस टेंडर को निरस्त कर दिया। अब उसी परियोजना पर विभाग री-टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने की कवायद में जुटा है।

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शिकायतकर्ता कांग्रेस नेता विनोद सिंह और जेजे कालोनी सिविल लाइन बलिया निवासी कमल पाण्डेय ने आरोप लगाया था कि दोनों टेंडरों को किसी भी तरह अपने चेहेतों को देने के लिए विभाग की ओर से कई तरह का घालमेल किया गया था। इसकी शिकायत मुख्य अभियंता व प्रमुख सचिव से करने के साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी किया गया था। पूर्व में करोडों की लागत से दूबेछपरा रिग बंधे पर जिस फर्म ने कार्य किया था, उसी फर्म को मानक की अनदेखी कर कार्य सौंपने की पूरी तैयारी हो चुकी थी। जबकि संबंधित फर्म की घोर अनियमितता की अभी जांच चल रही है। सेम रेट में डलवाया था दो फर्माें से टेंडर

शिकायतकर्ताओं ने बताया कि दोनों ही स्थानों पर विभाग ने दो अलग-अलग फर्मों से सेम रेट में टेडर डलवाया था, ताकि दोनों ही स्थानों पर उन्हें आधा-आधा कार्य दिया जा सके। इसके लिए अनयमितता की सारी सीमाएं भी लांध दी गई थी। इस संबंध में विनोद सिंह ने कहा कि शिकायत पर अधीक्षण अभियंता बार-बार यही बोलते रहे कि ई-टेंडर में कोई गड़बड़ी नहीं है, ऐसे में टेंडर किस कारण से निरस्त करना पड़ा, इसका जवाब भी उन्हें देना चाहिए। यह सरकारी प्रक्रिया है कि जो लोग कम रेट डालते हैं, उनको कार्य दे दिया जाता है, लेकिन दोनों स्थानों पर दो फर्मों ने सेम रेट डाल दिया था, इस वजह से टेंडर निरस्त करना पड़ा। नए सिरे से टेंडर के लिए पांच दिनों का समय दिया गया है, सात मई को टेंडर खुलेगा। किसी भी गड़बड़ी का आरोप सही नहीं है। हमारा प्रयास है कि समय रहते मानक के अनुसार सभी स्थानों पर कार्य पूर्ण हो जाए, ताकि संबंधित इलाके की आबादी सुरक्षित हो सके।

भानू प्रताप सिंह,

अधीक्षण अभियंता, ड्रेनेज मंडल बलिया


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