थानाध्यक्षों की तैनाती व कामकाज का किया आकलन
नोडल अधिकारी ने थानाध्यक्षों की तैनाती व काम काज को देख
जागरण संवाददाता, बलिया: प्रदेश शासन के निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक व जिले के नोडल अधिकारी डॉ. सुनील गुप्ता ने रविवार को पुलिस की कार्यशैली व कामकाज की समीक्षा की। नोडल अधिकारी ने थानों पर तैनाती के मानक परखे। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ लापरवाह थानाध्यक्षों व अफसरों पर गाज गिर सकती है।
प्रदेश शासन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी को जिले में समीक्षा को लेकर दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। शासन के दिशा निर्देश में पहले तीन बिदु पर थानाध्यक्ष की नियुक्ति व उनके कामकाज को लेकर ही हैं। नोडल अधिकारी को सामाजिक समीकरण व शासनादेश के ²ष्टिगत अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की थाना स्तर पर तैनाती, थानाध्यक्ष व अन्य कर्मचारियों की निर्धारित समयावधि के उपरांत भी नियम विरुद्ध तैनाती, खराब छवि वाले अधिकारियों तथा सक्षम अधिकारी से अनुमोदित सूची के अनुसार थाना प्रभारी की तैनाती की समीक्षा करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो जिले में सामान्य वर्ग के तकरीबन 20 फीसदी, अन्य पिछड़ा वर्ग के 67 फीसदी व अनुसूचित जाति के 14 फीसदी पुलिस कर्मी कार्यरत हैं। अनुसूचित जनजाति व अल्पसंख्यक वर्ग के तकरीबन एक से डेढ़ फीसदी पुलिस कर्मी हैं। जिले में वर्तमान समय में सामान्य वर्ग के 17, अनुसूचित वर्ग व अन्य पिछड़ा वर्ग के तीन-तीन थानाध्यक्ष कार्यरत हैं। जिले में अल्पसंख्यक वर्ग से कोई थाना प्रभारी नहीं है। 11 बिदुओं पर जांच कर शाम को वह लखनऊ के लिए निकल गए।