कालोनियों की हालत बदतर, राहगीर परेशान
रेलवे की पाश कालोनी में अधिकांश सड़कों की हालत बदतर हो गई है। इनकी मरम्मत अथवा रखरखाव का ध्यान नहीं दिया जा रहा। रेलवे पुलिस व सेंट्रल कालोनी की सड़कों की स्थिति तो एकदम दयनीय है। पुलिस कालोनी में एक सड़क का तो अता पता ही नहीं चलता। सड़कों की हालत इतनी खराब कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल है। रेलवे कालोनी के युवाओं का कहना कि वे बचपन से जवान हो गए लेकिन अभी तक रेलवे विभाग सड़क नहीं बनवा पाया है। सड़क गायब हो चुकी है उसके स्थान पर केवल गड्ढे और मिट्टी ही बची है।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : रेलवे की पाश कालोनी में अधिकांश सड़कों की हालत बदतर हो गई है। इनकी मरम्मत अथवा रखरखाव का ध्यान नहीं दिया जा रहा। रेलवे पुलिस व सेंट्रल कालोनी की सड़कों की स्थिति तो एकदम दयनीय है। पुलिस कालोनी में एक सड़क का तो अता पता ही नहीं चलता। सड़कों की हालत इतनी खराब कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल है। रेलवे कालोनी के युवाओं का कहना कि वे बचपन से जवान हो गए लेकिन अभी तक रेलवे विभाग सड़क नहीं बनवा पाया है। सड़क गायब हो चुकी है, उसके स्थान पर केवल गड्ढे और मिट्टी ही बची है।
रेलवे की सेंट्रल व पुलिस कालोनी में वर्षों पूर्व सड़कों का निर्माण कराया गया था। वर्तमान में सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। सड़कों पर घास फूस उग गई है। वहीं सड़कों पर बारिश का पानी जमा रहता है। सड़कों पर बिछाई गईं गिट्टियां पूरी तरह से उखड़ चुकी है। ऐसा भी नहीं है कि अधिकारियों को कालोनी में सड़कों की खस्ता हालत का पता न हो। इसके बावजूद सड़कों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। इन दोनों कालोनियों में मार्ग जगह-जगह से टूटे और गहरे गड्ढों का रूप धारण कर चुके हैं। रास्तों पर पैदल चलना अथवा दो पहिया वाहनों को चला पाना किसी हादसों को बुलावा देने वाली बात लगती है, क्योंकि रास्ते अपनी हालत खुद बयां करते हुए वहां से गुजरने वालों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। जबकि दोनों कालोनियों से स्टेशन की दूरी महज कुछ कदमों की है। इन मार्गों से होकर भी रेल यात्री जंक्शन पर आते हैं। व्यस्ततम मार्गों की स्थिति यह तो अन्य मार्गों का क्या होगा। सेंट्रल कालोनी में दुर्गा पूजा भी कराई जाती है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी जर्जर मार्ग से आवागमन करना पड़ता है।