Move to Jagran APP

मां का दूध बच्चे को दे कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत

रूश्रह्लद्धद्गह्मह्य द्वद्बद्यद्म द्दद्ब1द्गह्य ह्लद्धद्ग ष्द्धद्बद्यस्त्र ह्लद्धद्ग ह्यह्लह्मद्गठ्ठद्दह्लद्ध ह्लश्र द्घद्बद्दद्धह्ल ह्लद्धद्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड 1द्बह्मह्वह्यरूश्रह्लद्धद्गह्मह्य द्वद्बद्यद्म द्दद्ब1द्गह्य ह्लद्धद्ग ष्द्धद्बद्यस्त्र ह्लद्धद्ग ह्यह्लह्मद्गठ्ठद्दह्लद्ध ह्लश्र द्घद्बद्दद्धह्ल ह्लद्धद्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड 1द्बह्मह्वह्यरूश्रह्लद्धद्गह्मह्य द्वद्बद्यद्म द्दद्ब1द्गह्य ह्लद्धद्ग ष्द्धद्बद्यस्त्र ह्लद्धद्ग ह्यह्लह्मद्गठ्ठद्दह्लद्ध ह्लश्र द्घद्बद्दद्धह्ल ह्लद्धद्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड 1द्बह्मह्वह्यरूश्रह्लद्धद्गह्मह्य द्वद्बद्यद्म द्दद्ब1द्गह्य ह्लद्धद्ग ष्द्धद्बद्यस्त्र ह्लद्धद्ग ह्यह्लह्मद्गठ्ठद्दह्लद्ध ह्लश्र द्घद्बद्दद्धह्ल ह्लद्धद्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड 1द्बह्मह्वह्यरूश्रह्लद्धद्गह्मह्य द्वद्बद्यद्म द्दद्ब1द्गह्य ह्लद्धद्ग ष्द्धद्बद्यस्त्र ह्लद्धद्ग ह्यह्लह्मद्गठ्ठद्दह्लद्ध ह्लश्र द्घद्बद्दद्धह्ल ह्लद्धद्ग ष्श्रह्मश्रठ्ठड्ड 1द्बह्मह्वह्य

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 05:58 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 05:58 PM (IST)
मां का दूध बच्चे को दे कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत
मां का दूध बच्चे को दे कोरोना वायरस से लड़ने की ताकत

जागरण संवाददाता, बलिया: कोविड-19 के दौरान भी छोटे बच्चों को पूर्ण आहार मिलता रहे, इस पर ध्यान देना सभी के लिए बहुत ही जरूरी है, क्योंकि रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के चलते उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है। अस्पतालों को भी यह निर्देश है कि यदि मां कोविड-19 से संक्रमित है या उसकी सम्भावना है, तब भी स्वास्थ्य कर्मचारी स्वच्छता के सारे मानकों का पालन करते हुए बच्चे को जन्म के पहले घंटे में मां का दूध पिलाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही बच्चे के छह माह का होने तक केवल स्तनपान कराने के लिए प्रेरित करें। इसके अलावा यदि बच्चा बीमार है और वह कोविड-19 से संक्रमित है या उसकी सम्भावना है तो भी मां उसे पूरी सावधानी के साथ अपना दूध पिलाती रहे।

loksabha election banner

जिला महिला अस्पताल स्थित पीपी सेंटर (प्रसोतर केंद्र) में कार्यरत नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्धार्थ मणि दुबे का कहना है कि कोरोना वायरस मां के दूध में नहीं पाया जाता परन्तु खांसने या छींकने पर बूंदों और एरोसेल के माध्यम से फैलता है। यदि मां पूरी सावधानी के साथ अपने स्वच्छता व्यवहार पर ध्यान दें तो स्तनपान करने पर भी संक्रमण से बचा जा सकता है। बच्चे को जन्म के एक घंटे के भीतर पीला गाढ़ा दूध पिलाना इसलिए भी जरूरी होता है क्योंकि वही उसका पहला टीका होता है जो कि कोरोना जैसी कई बीमारियों से बच्चों की रक्षा कर सकता है। इसके अलावा मां के दूध में एंटीबॉडी होते हैं जो बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और जिनकी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। मास्क पहनकर कराएं स्तनपान

बदलते मौसम के दौरान यदि मां बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रही है तो वह बच्चे को पूरी सावधानी के साथ स्तनपान कराए। ऐसी स्थिति में मास्क पहनकर ही बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए। छह माह से बड़े बच्चों के पूरक आहार का रखें ख्याल :

छह माह से बड़े बच्चों को स्तनपान कराने के साथ ही पूरक आहार देना भी शुरू करना चाहिए क्योंकि यह उनके शारीरिक और मानसिक विकास का समय होता है। इस दौरान दाल, दूध, दूध से बने पदार्थ, मौसमी फल और हरी सब्जियां देना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.