नए कृषि कानून पर विमर्श, शंकाओं का किया समाधान
जागरण संवाददाता बलिया देशभर में नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच सरक
जागरण संवाददाता, बलिया : देशभर में नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच सरकार आमजन की शंकाओं को दूर करने के प्रयास तेज कर दी है। जिला स्तर पर किसानों, व्यापारियों व समाज के अन्य वर्ग के लोगों की संयुक्त बैठक आयोजित कर जनप्रतिनिधि व अधिकारी नए कृषि कानून को लेकर लोगों की भ्रांतियों को दूर कर रहे हैं।
विकास भवन सभागार में संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया जहां किसान रेल के परिचालन व नए कृषि कानून पर विमर्श का दौर देर तक चला। किसान रेल का परिचालन शुरू कराने के प्रयास तेज हो गए। इस रेल के परिचालन से किसानों को अपना उत्पाद अन्य शहरों में ले जाकर बेचने में सहूलियत मिलेगी। व्यापारियों के सुविधाजनक तरीके से व्यवसाय करने का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रशासनिक व रेलवे के अधिकारियों के अलावा किसान व व्यापारी शामिल रहे। बैठक में किसान रेल चलाने के संबंध में विशद चर्चा हुई। किसानों व व्यापारियों को किसान रेल के परिचालन से क्या लाभ होगा, इसके बारे में भी विस्तार से बताया गया। सांसद वीरेंद्र सिंह ने नए कृषि कानून पर लोगों की शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि यह कानून किसानों के हित में है। किसान अपनी उपज देश की किसी भी मंडी में अच्छी कीमतों पर बेचने को स्वतंत्र हैं। इसी उद्देश्य से यह योजना बनी है। इससे व्यापारियों के साथ आम उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा। सांसद ने कहा कि अब द्वाबा की हरी मिर्च, बनारस का लंगड़ा आम, मुजफ्फरपुर की लीची, हाजीपुर व भुसावल के केले को किसान अपने मन से किसी भी शहर में बिना किसी रूकावट के ले जा सकेंगे।
जिलाधिकारी एसपी शाही ने किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए किसान रेल की खूबियों को साझा किया। इसके साथ ही प्रशासिनक स्तर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। स्टेशन अधीक्षक संजय सिंह, वाणिज्य विभाग के अधिकारी, सब्जी विक्रेता संघ, फल विक्रेता संघ, सहित विभिन्न व्यापारी संगठनों ने किसान रेल चलाने के निर्णय का स्वागत किया। इस मौके पर सीडीओ विपिन कुमार जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, रामप्रकाश सिंह, श्यामसुंदर उपाध्याय सहित किसानों व व्यापारियों ने भी अपने विचार रखे।