एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारियों पर दर्ज कराया मुकदमा
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह ने गड्ढे में तब्दील एनएच-31 पर बैरिया से मांझी के बीच हुए सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों व घायलों के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके विरुद्ध ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराया है।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज सिंह ने गड्ढे में तब्दील एनएच-31 पर बैरिया से मांझी के बीच हुए सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों व घायलों के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके विरुद्ध ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराया है। अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए एफआईआर संग पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा है। सपा नेता ने बताया कि पिछले एक वर्ष में बैरिया के मांझी के बीच गड्ढों के कारण हुई दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत उस समय हो गई थी, जब लोग बैरिया से पटना के लिए चले थे। वहीं अलग-अलग दुर्घटनाओं में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। सर्वोच्च न्यायालय के रुलिग के अनुसार अगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने गड्ढों के कारण कोई दुर्घटना होती है और उसमें लोगों की मौत होती है तो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा व घायल होने पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज करने का प्रावधान है। उसी के तहत एनएचएआई के चेयरमैन आरआर सिधु, एनएचएआई वाराणसी के राजीव अग्रवाल प्रोजेक्ट डायरेक्टर व एनएचएआई आजमगढ़ कार्यालय के प्रोजेक्ट डायरेक्टर नवीन कुमार मिश्र के विरुद्ध हत्या व हत्या के प्रयास के आनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
मनोज सिंह ने स्पष्ट किया है कि अगर ऑनलाइन एफआईआर पर पुलिस उचित कार्रवाई नहीं करती है तो प्रकरण को उच्च न्यायालय में ले जाऊंगा। उल्लेखनीय है कि बैरिया से मांझी तक एनएच 31 जो एनएचएआई के अधीन है। लंबे समय से यह क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है उसे ठीक कराने के लिए बार-बार आंदोलन हो रहा है। बावजूद इसके एनएचआई उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। मजबूरन जनहित को ध्यान में रखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ आनलाइन एफआईआर कराया गया है।
एसएचओ संजय त्रिपाठी ने बताया कि आनलाइन एफआईआर पुलिस अधीक्षक के यहां जाती है, वहां से आदेश होकर थाने आती है। थाने की जांच में अगर शिकायत सही पाई जाती है तो उसकी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को भेजी जाती है और फिर उनके आदेश पर प्राथमिकी दर्ज कर संबंधित के खिलाफ जांचोपरांत नियमानुसार कार्रवाई होती है। अभी तक मनोज सिंह का आनलाइन प्राथमिकी थाने में नहीं पहुंचा है।